हैदराबाद
तेलंगाना के भद्राद्री कोठागुडेम जिले में तेलंगाना-छत्तीसगढ़ सीमा पर सुरक्षाकर्मियों के साथ मुठभेड़ में दो माओवादी मारे गए। मुठभेड़ जिले के चेरला मंडल के पुट्टपडु जंगल में हुई। मृतकों में कथित तौर पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) आईओएस कमांडर राजेश शामिल हैं।
तलाशी अभियान के दौरान हुई मुठभेड़
तेलंगाना के माओवादी विरोधी बल ग्रेहाउंड के कर्मी जंगल में तलाशी अभियान चला रहे थे, उसी दौरान ग्रेहाउंड के साथ माओवादियों का आमना-सामना हो गया। पहले ग्रेहाउंड द्वारा उन्हें आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया, लेकिन वे नहीं माने और हमला करने लगे। इसके बाद कथित तौर पर जवाबी कार्रवाई करने के लिए ग्रेहाउंड ने माओवादियों पर गोलियां चलानी शुरू कर दी। इस मुठभेड़ में दो माओवादी वहीं पर ढेर हो गए, जबकि अन्य गहरे जंगल में भागने में सफल रहे। वहीं दूसरी ओर, ग्रेहाउंड कर्मियों के बीच किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं थी।
पुलिस बल को दिया गया सख्ती से निपटने का निर्देश
तेलंगाना के पुलिस प्रमुख अंजनी कुमार ने दो दिन पहले ही पुलिस बल को चेतावनी देते हुए कहा था कि माओवादियों से निपटने में किसी तरह की शालीनता नहीं दिखानी है। खासतौर पर पड़ोसी राज्यों की सीमा से लगे इलाकों में, जहां माओवादी मौजूद हैं, वहां पर सख्ती से निपटा जाए।
हाल ही में मारे गए 10 जवान
इसके साथ ही, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ने पुलिसकर्मियों से कहा कि वे अपनी सुरक्षा में बिल्कुल भी ढील न दें, क्योंकि हाल ही में नक्सलियों द्वारा बम विस्फोटक लगाए जाने के बाद 10 जवानों और एक नागरिक की शहीद हो गए थे। उन्होंने पुलिस कर्मियों से कहा था कि राज्य में कानून व्यवस्था से जुड़ी एक छोटी सी घटना भी तेलंगाना राज्य के विकास पर गंभीर प्रभाव डाल सकती है। इसे ध्यान में रखते हुए पुलिस अधिकारी और सतर्क रहें और स्थिति से कठोरता से निपटें।
चुनाव के मद्देनजर बढ़ाई गई सुरक्षा
डीजीपी ने कहा कि विधानसभा चुनावों के मद्देनजर अधिकारियों को राज्य में राजनीतिक गणमान्य व्यक्तियों के दौरे और वीवीआईपी द्वारा निकाली जा रही रैलियों के दौरान सुरक्षा के लिहाज से पर्याप्त सावधानी बरतनी होगी। उन्होंने अधिकारियों को राज्य के सीमावर्ती इलाकों में माओवादी एक्शन टीमों की आवाजाही बढ़ने की आशंका जताते हुए अधिक सतर्क रहने की सलाह दी।