मुंबई
शरद पवार के एनसीपी अध्यक्ष पद से इस्तीफे के बाद पार्टी में मंथन चल रहा है कि किसे कमान सौंपी जाए। इस रेस में शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले का नाम सबसे आगे चल रहा है, जबकि अजित पवार भी चर्चा में हैं। माना जा रहा है कि शरद पवार की ओर से बेटी को ही अध्यक्ष बनाने की भूमिका तैयार की जा सकती है। इसके अलावा एक और नाम है, जिसकी चर्चा है और कहा जा रहा है कि उन्हें अजित पवार की काट के तौर पर शरद पवार तैयार कर रहे हैं। यह नाम है रोहित पवार का। वह शरद पवार के बड़े भाई अप्पा साहेब पवार के बेटे राजेंद्र पवार के पुत्र हैं यानी एनसीपी नेता के पोते हैं।
रोहित पवार के बढ़ते कद का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बुधवार को यशवंत राव चव्हाण ऑडिटोरियम में हुई मीटिंग में रोहित पवार भी मौजूद थे। उन्हें शरद पवार और सुप्रिया सुले दोनों का ही बेहद करीबी माना जाता है। कारजात-जमखेड़ विधानसभा से विधायक 37 वर्षीय रोहित राजेंद्र पवार 2019 में विधायक बने थे। बारामती में 1985 में जन्मे रोहित यूं तो कारोबारी हैं, लेकिन 2017 में दिला परिषद चुनाव लड़कर राजनीतिक करियर की शुरुआत कर दी थी। इसके दो साल बाद ही वह विधायक बने थे। उन्होंने देवेंद्र फडणवीस के करीबी भाजपा नेता राम शंकर शिंदे को परास्त किया था।
यही नहीं इसी साल रोहित पवार की एंट्री क्रिकेट की दुनिया में भी हुई थी। वह अपने दादा शरद पवार के रास्ते पर चलते महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष बने हैं, जो प्रभावशाली पद है। शरद पवार भी बीसीसीआई के अध्यक्ष रह चुके हैं। चर्चा है कि सुप्रिया सुले को यदि पार्टी की अध्यक्षता मिलती है तो रोहित पवार को भी कोई अहम पद मिल सकता है। पवार फैमिली के करीबियों का कहना है कि शरद भाऊ भतीजे अजित की काट के लिए पोते को प्रमोट करना चाहते हैं।
यही वजह है कि शुगर मिल एसोसिएशन, क्रिकेट पॉलिटिक्स से लेकर पार्टी तक में रोहित पवार का कद तेजी से बढ़ रहा है। मुंबई यूनिवर्सिटी से मैनेजमेंट डिग्री लेने वाले रोहित पवार का पार्टी में भी तेजी से समर्थन बढ़ा है। एक तरफ उन पर शरद पवार का हाथ है तो वहीं सुप्रिया सुले से भी उनकी अच्छी बनती है। ऐसे में परिवार की लड़ाई को शरद पवार फैमिली के ही एक सदस्य के जरिए बैलेंस करना चाहते हैं।