नई दिल्ली
गोल्ड लोन देने वाली नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC) मणप्पुरम फाइनेंस लिमिटेड के शेयर शुक्रवार को 13 पर्सेंट लुढ़क गए हैं। कंपनी के शेयर 13% की गिरावट के साथ 102.90 रुपये पर पहुंच गए हैं। पिछले 3 दिन में मणप्पुरम फाइनेंस के शेयरों में 21 पर्सेंट की गिरावट आई है। मणप्पुरम फाइनेंस के शेयरों में यह तेज गिरावट कंपनी के टॉप अफसर पर डायरेक्टोरेट ऑफ इंफोर्समेंट (ED) की तरफ से की गई एक बड़ी कार्रवाई के बाद आई है।
ED ने जब्त की 143 करोड़ रुपये की संपत्ति
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट 2002 के तहत मणप्पुरम फाइनेंस लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर वी पी नंदकुमार की 143 करोड़ रुपये की एसेट्स जब्त कर ली है। जब्त की गई संपत्ति में 8 बैंक अकाउंट्स, लिस्टेड शेयरों में इनवेस्टमेंट और मणप्पुरम फाइनेंस के शेयर शामिल हैं। इसके अलावा, इनवेस्टिगेशन के दौरान 60 अचल संपत्तियों के डॉक्यूमेंट्स भी जब्त किए गए हैं।
कंपनी ने कहा, लिए गए डिपॉजिट्स का कर दिया गया है पेमेंट
ईडी ने केरल के त्रिशूर में 6 परिसरों की तलाशी ली है। यह परिसर मणप्पुरम फाइनेंस लिमिटेड और कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर वी पी नंदकुमार से जुड़े हैं। यह तलाशनी और छानबीन प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) 2002 के तहत इनवेस्टिगेशन का हिस्सा है। जांच एजेंसी का कहना है कि तलाशी में मनी लॉन्ड्रिंग और पब्लिक डिपॉजिट्स के रूप में लॉर्ज स्केल ट्रांजैक्शंस के सबूत मिले हैं, जिन्हें वी पी नंदकुमार ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व मंजूरी के बिना अपनी फर्म मणप्पुरम एग्रो फॉर्म्स (MARGO) के जरिए किए हैं। एजेंसी का कहना है कि मणप्पुरम फाइनेंस के अलग-अलग ब्रांच ऑफिसेज में कंपनी के कुछ एंप्लॉयीज ने अवैध रूप से डिपॉजिट कलेक्ट किया।
वहीं, मणप्पुरम फाइनेंस ने एक्सचेंज को दिए गए अपने जवाब में कहा है कि मणप्पुरम एग्रो फॉर्म्स (MARGO) ने साल 2012 के पहले डिपॉजिट्स लिए थे और इनका भुगतान भी कर दिया गया है। कंपनी ने कहा है कि लगातार कोशिश के बाद भी 9.25 लाख रुपये के डिपॉजिट का भुगतान नहीं किया जा सका है। कंपनी का कहना है कि हम ईडी की जांच टीम के साथ पूरा सहयोग कर रहे हैं और जरूरी डीटेल्स उपलब्ध करा रहे हैं।