देहरादून
उत्तराखंड चार धाम यात्रा 2023 पर जाने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए बड़ा अपडेट सामने आया है। हेली सेवा के लिए तीर्थ यात्रियों का इंतजार खत्म हो गया है। केदारनाथ हेली सेवा के लिए अब नया नियम लागू हुआ है। दूसरी ओर, बदरीनाथ, गंगोत्री-यमुनोत्री समेत चारों धामों में खराब मौसम से राहत नहीं मिलने वाली है।
आईएमडी की ओर से उत्तराखंड मौसम पूर्वानुमान में चार धाम यात्रा रूट पर चेतावनी भी दी गई है। महाराष्ट्र, दिल्ली-एनसीआर, यूपी, राजस्थान आदि देश के अन्य राज्यों से उत्तराखंड चार धाम पर जाने वाले तीर्थ यात्री अब रोजाना केदारनाथ हेली सेवा के लिए टिकट बुक करवा सकेंगे। हेली सेवा से केदारनाथ धाम को दर्शन लिए श्रद्धालु यात्रा तिथि से सात दिन पहले तक टिकट बुक कर सकेंगे।
अब तक टिकट बुकिंग के लिए साप्ताहिक आधार पर विंडो खुल रही थी।आईआरसीटीसी (IRCTC) ने बुधवार को अपनी वेबसाइट के जरिए आगामी आठ से 10 मई के बीच की अवधि के लिए बुकिंग प्रारंभ की थी। इस दौरान महज 38 मिनट में सभी 1738 टिकटों की बुकिंग हो गई।
इससे पहले भी प्रथम दो चरणों के टिकट कुछ घंटों में ही बुक हो गए थे। इधर, कंपनी ने वेबसाइट पर ही सूचित किया है कि अब रोजाना दोपहर 12 बजे से टिकट की बुकिंग प्रारंभ होगी, जिसमें सात दिन बाद तक की टिकट बुक हो सकेगी। इस दौरान अंतिम समय में निरस्त होने वाली टिकटों को भी विक्री के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। इधर, इस बार हेलीयात्रा में अंतिम समय में बुकिंग निरस्त होने की ज्यादा शिकायत आ रही है।
यूकाडा के सीईओ सी रविशंकर ने बताया कि मौसम संबंधित बाधाओं के कारण सीमित उड़ाने ही संभव हो पा रही हैं। इस कारण भी निरस्त होने वाले टिकटों की संख्या ज्यादा है। दो मई को ही 230 यत्रियों ने केदारनाथ के लिए उड़ान भरी जबकि, 174 की टिकट अंतिम समय में निरस्त हो गई। जबकि बुधवार को पूरे दिन मौसम के कारण उड़ान नहीं हो पाई।
यह है प्रति यात्री किराया
गुप्तकाशी 3870रुपये
सिरसी 2749 रुपये
फाटा 2750 रुपये (एक तरफ का किराया)
heliyatra.irctc.co.in/
केदारनाथ धाम के लिए सोनप्रयाग-गौरीकुंड से एक भी यात्री नहीं भेजा केदारनाथ
केदारनाथ धाम में भारी बर्फबारी के चलते बुधवार को सोनप्रयाग और गौरीकुंड से एक भी यात्री केदारनाथ नहीं भेजा गया। जबकि बीते दिन केदारनाथ पहुंचे यात्रियों को दर्शन कराने के बाद गौरीकुंड भेजा गया। बुधवार को केदारनाथ धाम में लगातार बर्फबारी होती रही। सुबह से सांय तक बर्फबारी के कारण यहां मौजूद तीर्थयात्री ठिठुरते रहे।
बाबा केदार के दर्शनों के बाद पुलिस ने उन्हें गौरीकुंड भेज दिया। जबकि सुबह सोनप्रयाग और गौरीकुंड से किसी भी यात्री को जाने की अनुमति नहीं दी गई। गौरीकुंड, सोनप्रयाग, सीतापुर, फाटा, गुप्तकाशी और अन्य स्थानों पर रुके यात्री अब मौसस खुलने के साथ ही प्रशासन और पुलिस के अग्रिम निर्देशों का इंतजार कर रहे हैं।
हालांकि अनेक पड़ावों पर रुके तीर्थयात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि वह एक निर्धारित समय के अनुसार यात्रा पर आए थे, किंतु रास्ते में रुकने के कारण यात्रा प्लान गड़बड़ा गया है। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने केदारनाथ सहित सम्पूर्ण यात्रा मार्ग पर तैनात सेक्टर मजिस्ट्रेट एवं अन्य अधिकारियों को यात्रियों की हर संभव मदद करने के निर्देश दिए हैं।
साथ ही मौसम ठीक होने पर ही यात्रियों को धाम जाने की सलाह दी है। उन्होंने बताया कि बर्फबारी के कारण केदारनाथ में उन्हें मुश्किलें हो सकती हैं। वहीं केदारनाथ में दोपहर बाद अन्य दिनों की तरह भीड़ नहीं देखी गई। पुलिस ने सभी यात्रियों को दर्शन कराने के बाद गौरीकुंड और सोनप्रयाग भेज दिया।