जयपुर
केंद्रीय आयुष मंत्री सर्वानन्द सोनोवाल ने कहा कि योग को विज्ञान की पद्धति मानकर आज दुनियाभर में अपनाया जा रहा है। देश के गांव-गांव तक योग की संस्कृति का प्रसार करने के लिए संकल्पित होकर कार्य किया जा रहा है। देश एवं दुनिया में प्रति वर्ष मनाए जाने वाले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के लिए इस बार काउंट डाउन की शृंखला में जयपुर में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है।
केंद्रीय मंत्री सोनोवाल मंगलवार को सीकर रोड स्थित भवानी निकेतन शिक्षा समिति में केंद्रीय आयुष मंत्रालय द्वारा आयोजित 'योग महोत्सव- 2023' कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस में अब 50 दिन बाकी हैं। जयपुर में विशाल योग महोत्सव से काउंटडाउन शुरू हो गया है। सोनोवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन की वजह से आज योग को दुनियाभर में लोग अपना रहे हैं। 21 जून को दुनियाभर में योग दिवस मनाया जाएगा। इसे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाने को लेकर उत्साह लगातार बढ़ता जा रहा है। इस वर्ष के आईडीवाई-2023 पर आर्कटिक और अंटार्कटिक क्षेत्र में कॉमन योग प्रोटोकॉल का प्रदर्शन अपने आप में एक नायाब उपलब्धि होगी।
सोनोवाल ने कहा कि योग महोत्सव से प्रत्येक राज्य में आयुष ग्राम के माध्यम से ग्रामीण आबादी को जोड़ने का प्रयास होगा। एक आयुष ग्राम दो-तीन गांवों का एक समूह होगा और इसमें औसतन 3 हजार से अधिक आबादी शामिल होगी। चिह्नित गांवों में योग प्रशिक्षकों की नियुक्ति कर विशेष प्रशिक्षण के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा, ताकि प्रत्येक आयुष ग्राम 21 जून को कॉमन योग प्रोटोकॉल का प्रदर्शन करने के लिए तैयार रहे। ग्रामीणों इलाकों में योग का संदेश पहुंचाने के लिए कम्यूनिटी रेडियो नेटवर्क का उपयोग करते हुए देश के 2 लाख से अधिक गांवों में सीवाईपी प्रशिक्षण के लिए इस वर्ष सामान्य सेवा केंद्रों के नेटवर्क का भी उपयोग किया जाएगा।
कार्यक्रम में राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि योग कोई थेरेपी भर नहीं है बल्कि आत्मविकास का सबसे बड़ा माध्यम है। मानसिक शांति एवं संतोष के लिए योग सर्वथा उपयोगी है। यौगिक दिनचर्या से जुड़कर जीवन की जटिलताओं को आसानी से हल किया जा सकता है। शास्त्रों में योग को स्वस्थ जीवन की कला और विज्ञान कहा गया है। योग को हमारे यहां शुरू से ही स्वस्थ शरीर और स्वस्थ मन के साथ जीवन के एक आदर्श तरीके के रूप में स्वीकार किया गया है। योग का अभ्यास यदि नियमित रूप से किया जाए तो तन ही नहीं मन भी स्वस्थ रहता है। भारत की इस महान परंपरा को विश्व के लिए उपयोगी मानते हुए अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है, जो हमारी परंपरा और संस्कृति की वैश्विक स्वीकृति है। उन्होंने कहा कि योग जीवन का आदर्श तरीका है, जिसमें मन न केवल अपने लिए बल्कि पूरे विश्व के कल्याण के विचार से जुड़ा होता है।
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि राजस्थान की संस्कृति में योग का पुराना साम्य रहा है। योग हमारे दैनिक जीवन का हिस्सा बने, इसके लिए देश में अभूतपूर्व प्रयास किए जा रहे हैं।
राज्यपाल मिश्र ने योग महोत्सव में भ्रामरी प्राणायाम, अनुलोम विलोम सहित विभिन्न योग मुद्राओं का अभ्यास भी किया। योग महोत्सव में हजारों स्कूली छात्रों व अन्य लोगों ने भाग लिया। इस दौरान केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, केंद्रीय आयुष राज्यमंत्री महेन्द्र मुंजपारा, केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी, सांसद रामचरण बोहरा व अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
उल्लेखनीय है कि 21 जून को देश एवं दुनियाभर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा। इससे पहले 100 दिन का योग महोत्सव मनाया जा रहा है। जयपुर में 50 दिन पहले योग महोत्सव मनाया जा रहा है। भवानी शिक्षा निकेतन के खेल मैदान में सुबह 6 से 8 बजे तक योग महोत्सव का आयोजन हुआ। इस दौरान सभी ने योग का आनंद लिया।