मैसूर
कर्नाटक में चुनावी लड़ाई के दौरान बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं ने एक-दूसरे पर कटाक्ष करना शुरू कर दिया है। चुनाव के लिए लगभग एक महीना शेष होने के कारण दक्षिणी राज्य में चुनाव प्रचार तेज हो गया है। इसके अलावा, दोनों पार्टियों ने धार्मिक अल्पसंख्यकों को पिछड़े वर्गों की सूची से हटाने और उन्हें आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए 10 प्रतिशत कोटा के तहत रखने के कर्नाटक सरकार के फैसले पर भी विवाद चालू है।
कलाम और शिशुनाला जैसे लोग बीजेपी को देते हैं वोट
भाजपा राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि ने कहा कि बीजेपी को वोट देने वाले मुसलमानों में कई देशभक्त हैं। लेकिन उनमें से कुछ जो पाकिस्तान का समर्थन करते हैं और विभाजनकारी विचारधारा रखते हैं, कांग्रेस और जनता दल को वोट देते हैं। हमें पाकिस्तानी मानसिकता वालों का वोट नहीं चाहिए। अब्दुल कलाम और शिशुनाला शरीफा जैसे लोग बीजेपी को वोट देते हैं। हम 'सबका साथ, सबका विकास' को ध्यान में रखते हुए सरकारी योजनाएं लाते हैं, जाति को नहीं। कांग्रेस सांसद रणदीप सुरजेवाला ने कहा था कि 'बीजेपी और बोम्मई सरकार ने 27 मार्च 2023 के अपने स्वयं के आरक्षण आदेश पर रोक लगाने का अक्षम्य पाप किया है, कल सुप्रीम कोर्ट के सामने दिए गए एक बयान के माध्यम से … वे (बीजेपी) आरक्षण के नाम पर हर किसी को धोखा दे रहे हैं।'