बिहार
बिहार के मुजफ्फरपुर में एक सेना का जवान पुलिस से झूठ बोलकर बुरा फंस गया। उसकी सहायता करने पहुंची पुलिस जवान को उठाकर थाने पर ले गई। हालांकि पूछताछ के बाद उसे पुलिस ने छोड़ दिया लेकिन गलत सूचना देकर पुलिस को बरगलाने और माहौल खराब करने के आरोप में जमकर फटकार लगाई। जवान ने पुलिस को दंगा भड़कने की झूठी सूचना दी थी।
जिले के सदर थाना इलाके के बीबीगंज में दंगा की सूचना देकर पुलिस को साथ ले जाना सेना के जवान को महंगा पड़ गया। सेना के जवान से मिली सूचना पर पुलिस के होश उड़ गए। आनन फानन में पुलिस बीबीगंज पहुंची। लेकिन पुलिस की जांच में मामला भूमि विवाद का निकला। इसके बाद पुलिस ने सेना जवान को थाने पर बैठा लिया। पूछताछ के बाद शनिवार देर शाम उसे चेतावनी देकर छोड़ दिया गया।
सदर थाना पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार को करीब साढ़े तीन बजे एक युवक दौड़ता हुआ थाने पर पहुंचा। उसने थाने पर मौजूद दारोगा ललन कुमार से कहा कि उसके मोहल्ले में दंगा हो गया है। कुछ लोग मारपीट कर रहे हैं। मारपीट में तीन लोग जख्मी भी हो गए। उसने बताया कि वह सेना का जवान है। पुलिस समय से नहीं जाएगी तो खून खराबा हो जाएगा। उसकी बात सुनकर पुलिस चौकन्नी हो गई।
इसके बाद दारोगा ललन कुमार ने गश्ती कर रहे सदर थाने के दारोगा राम विनोद यादव को सूचना देते हुए बीबीगंज विश्वकर्मा मंदिर के सामने वाली गली में पहुंचने को कहा। पुलिस जब वहां पहुंची तो पांच छह लोग खड़े थे। वे लोग भी पुलिस को देखकर भाग निकले। इसके बाद पुलिस सेना के जवान को पूछताछ के लिए थाने पर ले आए।
झूठी सूचना देने के आरोप में पुलिस ने उसे जमकर फटकार लगाई। उसने पुलिस से माफी मांगनी शुरू कर दी। थानेदार सत्येंद्र कुमार मिश्र ने बताया कि दो पक्षों के बीच भूमि विवाद का मामला था। पुलिस जल्द वहां पर पहुंचे इसके लिए सेना जवान ने झूठी कहानी बनायी थी। सेना जवान को हिदायत देकर छोड़ दिया गया है।