लखनऊ
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत कई जिलों में कोरोना का संक्रमण फैल रहा है। यूपी में 74 जिलों में कारोना का संक्रमण फैलने के बाद अब सरकार ने इसकी जांच का दायरा बढ़ा दिया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की माने तो जांच की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं और लोगों को घर से बाहर निकलते समय कोविड प्रोटोकाल का पालन करने की हिदायत दी गई है। इस बीच यूपी में बढ़ते कोरोना को लेकर केंद्र सरकार ने भी यूपी सरकार को आगाह किया है।
केंद्र ने यूपी समेत कई राज्यों को लिखा पत्र
लखनऊ में कोविड के बढ़ते मामलों के बीच, केंद्र ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और महाराष्ट्र सहित आठ राज्यों को कड़ी निगरानी रखने और संक्रमण को रोकने के लिए उचित कार्रवाई करने को कहा गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि यूपी ने साप्ताहिक मामलों में वृद्धि की सूचना दी है। 13 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में 279 से 20 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में 696 तक पहुंच गया है।
हॉटस्पॉट और जीनोम सिक्वेंसिंग पर करें फोकस
पत्र में कहा गया है कि राज्य के स्वास्थ्य विभाग के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वह सभी जिलों में निगरानी को मजबूत करने, इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी और एसएआरआई (गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी) के रुझानों की निगरानी करने पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित करने के साथ त्वरित और प्रभावी स्वास्थ्य उपायों को लागू करें। हॉटस्पॉट, जीनोम सिक्वेंसिंग पर फोकस करने करने का प्रयास करें।
लखनऊ में सामने आए 107 मामले
लखनऊ में शुक्रवार को कोविड-19 के 107 और लोगों के पॉजिटिव पाए जाने के बाद सक्रिय मामलों की संख्या 985 हो गई है। ताजा मामलों में से दो मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि अन्य मरीजों का घर पर स्वास्थ्य लाभ हो रहा है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि कुल 19 कोविद रोगी वर्तमान में अस्पतालों में हैं।
इन इलाकों में मिले संक्रमित मरीज
केजीएमयू में नौ, लोकबंधु अस्पताल और एसजीपीजीआईएमएस में पांच-पांच मरीज दर्ज किए गए हैं। लालबाग सीएचसी से सबसे अधिक 16 कोविड मामले सामने आए, इसके बाद एनके रोड सीएचसी और सरोजिनीनगर सीएचसी से 14-14 मामले सामने आए। अन्य मामलों में अलीगंज (12), चिनहट, इंदिरानगर, टुडियागंज के सीएचसी से 12-12 मामले सामने आए।
आबादी के हिसाब से टीकाकरण अभियान की गति धीमी
इस बीच शहर में कोविड-19 के मामले बढ़ रहे हैं, सरकारी अस्पतालों में बीमारी के खिलाफ टीकाकरण की प्रक्रिया काफी धीमी है। शहर में टीकाकरण के लिए नौ अधिकृत केंद्र हैं। इनमें पांच सरकारी सुविधाएं शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, शहर की 44 लाख आबादी में से लगभग 95% को पहले ही दो-खुराक वाले टीके लगवाए जा चुके हैं। साथ ही 9 लाख से ज्यादा लोगों ने एहतियाती या बूस्टर शॉट्स लिए हैं।