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फोरलेन बनने के दौरान मकान नहीं टूटने चाहिए: CM योगी

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गोरखपुर

मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने शुक्रवार को गोरखपुर के बालापार रोड के सोनबरसा में कहा कि उन्होंने निर्देश दे रखा है कि फोरलेन बनने के दौरान मकान नहीं टूटने चाहिए, भले ही सड़क का नक्शा बदलने पड़े। साथ ही सर्किल रेट का चार गुना मुआवजा देने के निर्देश भी दिए गए हैं। सीएम योगी के इस एलान से उन लोगों को बड़ी राहत मिली है जिनके मकान फोरलेन की जद में आने के चलते टूट सकते थे। ऐसे लोग खुशी से झूम रहे हैं जो कल तक सड़क की चौड़ाई घटाने की मांग को लेकर डीएम ऑफिस से लेकर पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों तक के चक्कर लगा रहे थे। लोगों का कहना है कि मुख्यमंत्री सबकी पीड़ा से वाकिफ हैं। उन पर पूरा भरोसा है कि किसी का नुकसान नहीं होने देंगे।

शहर में हार्बर्ट बंधा फोरलेन, विरासत गलियारा, असुरन चौराहे से लेकर पिपराइच कस्बा तक, ओंकार नगर बालापार से लेकर गांगी बाजार तक, भटहट से बांसथान रोड, बांसगांव में फोरलेन सहित करीब आधा दर्जन से अधिक सड़क निर्माण की परियोजनाओं पर काम चल रहा है। कहीं पर काम शुरू करा दिया गया है, तो कहीं पर निर्माण की प्रक्रिया शुरू करने कागजी लिखापढ़ी जारी है। निर्माण कार्य के दौरान तमाम लोगों के मकान, दुकान सहित अन्य प्रतिष्ठान जद में आ रहे हैं। आशियाना उजड़ने के खौफ से लोग लगातार सड़कों की चौड़ाई कम करने की मांग कर रहे हैं। पिपराइच कस्बे में बन रही फोरलेन सड़क से अधिकांश लोग प्रभावित हो रहे हैं। इसलिए परेशान हाल लोग जनप्रतिनिधियों सहित अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं। ऐसे लोगों को सीएम की घोषणा से बड़ी राहत मिली है।

पिपराइच के रहने वाले दुर्गविजय सिंह ने कहा कि सीएम योगी के निर्देश से काफी खुशी हो रही है। मकान टूटने से बच जाएगा, तो लोगों का व्यवसाय भी प्रभावित नहीं होगा। बड़ी संख्या में लोग बेघर होने से बच जाएंगे। व्‍यवसायी अंजनी जायसवाल ने कहा कि यहां काफी दिनों से बाईपास फोरलेन निर्माण की मांग की जा रही है। मकान नहीं टूटेगा भले ही फोरलेन का नक्शा बदलना पड़े। यह राहत भरी खबर है। इस बात के लिए मुख्‍यमंत्री जी को बहुत बहुत धन्यवाद। पिपराइच के लिए मुंजेश प्रताप सिंह ने कहा कि मुख्‍यमंत्री जी के निर्णय का स्वागत है। पहले से ही दुकानों का किराया और एडवांस काफी महंगा है। जो दुकानें हैं, अगर उन्हें भी तोड़ दिया गया। तो यहां का व्यवसाय चौपट हो जाएगा। दुकानदार नागेश त्रिपाठी ने कहा कि जीवन भर की पूंजी जुटाकर किसी तरह मकान का निर्माण किया गया है। फोरलेन निर्माण के दौरान मकान टूटने की जानकारी होने पर काफी दुख हो रहा था। अब एक उम्मीद जगी है।