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अतीक को एक दिन पहले मारने का था प्लान, लेकिन ऐसे बदल गया था प्लान

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प्रयागराज
    
   

माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के तीनों कातिलों का नारको टेस्ट हो सकता है. तीनों आरोपियों लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मौर्या के बयानों की पुष्टि के लिए नारको टेस्ट करवा सकती है. सूत्रों की माने तो तीनों के पुलिस रिमांड के बाद नारको टेस्ट के लिए कोर्ट में अर्जी लगाई जा सकती है.

अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के तीनों आरोपी पुलिस रिमांड में है. तीनों से लगातार पूछपाछ हो रही है. एक आरोपी लवलेश तिवारी ने कहा कि वो कट्टर हिंदूवादी है. वहीं दूसरे आरोपी सनी सिंह ने कहा कि मेरा कोई आका नहीं… मैं खुद बड़ा डॉन हूं. तीसरे आरोपी अरुण मौर्या ने कहा कि जिगाना पिस्टल मेरे दोस्त ने दी थी, मुझे नहीं पता था कि इतनी महंगी है.

तीनों शूटर्स का नार्को टेस्ट कराने की तैयारी

हत्यारों में से एक सनी सिंह को 2021 में एक गैंगस्टर ने तुर्की में बनी बंदूक मुहैया कराई थी। सनी ने पूछताछ में बताया कि गैंगस्टर की उसी साल दिसंबर में मौत हो गई थी। पुलिस ने अब तक तीनों से एक साथ पूछताछ की है। अब अलग-अलग पूछताछ की जाएगी और जरूरत पड़ी तो नार्को टेस्ट भी करवाया जाएगा।

अब तक फरार है शाइस्ता परवीन

अतीक की गैरमौजूदगी में उसका गोरखधंधा संभालने वाली शाइस्ता परवीन अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। उसकी तलाश में लगातार छापेमारी की जा रही है। बुरके को उसने अपना सबसे बड़ा हथियार बनाया है।

इस बीच यह खुलासा हुआ है कि तीनों शूटर ने 14 अप्रैल को ही अतीक को मारने की कोशिश की थी, लेकिन सुरक्षा घेरा देखकर भाग गए थे. 14 अप्रैल को ही लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मौर्या ने अतीक और अशरफ पर हमले का प्लान बनाया था, लेकिन उनके आसपास की सुरक्षा देख शूटरों को मौका नहीं मिला.

पुलिस का मानना है कि सनी और लवलेश तिवारी की मुलाकात जेल में हुई थी और दोनों ने अतीक की हत्या का प्लान बनाया था. अतीक और अशरफ की हत्या के लिए अरुण मौर्य को शामिल किया था. पुलिस सूत्रों का कहना है कि एक बार जब उनका पुलिस रिमांड खत्म हो जाएगी, तब इनका नारको टेस्ट भी कराया जा सकता है.

एसआईटी ने तीन लोगों को उठाया

अतीक-अशरफ हत्याकांड की जांच कर रही एसआईटी ने बांदा से 3 लोगों को हिरासत में लिया है. अतीक और अशरफ की हत्या के मुख्य आरोपी लवलेश तिवारी के तीन दोस्तों को उठाया गया है. एसआईटी इंस्पेक्टर की अगुवाई में बांदा रेलवे स्टेशन पर लवलेश तिवारी को मीडिया ट्रेनिंग देने वाले तीन दोस्त हिरासत में लिए गए हैं. एसआईटी टीम आज हमीरपुर और कासगंज भी पहुंची है.

तीनों आरोपियों से 8 घंटों तक पूछताछ

पुलिस हिरासत में अतीक अहमद और अशरफ की हत्या करने वाले आरोपियों से पुलिस ने पूछताछ शुरू कर दी है. तीनों हत्यारोपियों से राज उगलवाने के लिए पुलिस ने मनोवैज्ञानिक ढंग से शुरुआती 8 घंटों में पूछताछ की. तीनों हत्यारोपियों (लवलेश, सनी और अरुण) से अलग-अलग उनकी जिंदगी, परिवार, आदत शौक के बारे में जानकारी इकट्ठा की गई.

लवलेश बोला- मैं कट्टर हिंदूवादी हूं

पूछताछ के दौरान लवलेश तिवारी ने खुद को कट्टर हिंदूवादी और परशुराम का वंशज बताया. लवलेश सोशल मीडिया के जरिए खुद को फेमस करने की कोशिश में भी लगा था. तीनों हत्यारोंपियो में सनी सिंह ज्यादा अपराधिक प्रवृत्ति और महत्वकांक्षी नजर आया. तीनों आरोपी पहली रात अपनी ही थ्योरी पर टिके रहे.  

पूछताछ में सनी बोला- मेरा कोई आका नहीं

लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण, माफिया अतीक अहमद को मारकर पैसा और नाम कमाने की बात दोहराते रहे.  शूटर सनी सिंह ने दोहराया कि मेरा कोई आका नहीं, मैं खुद एक डॉन हूं. अरुण ने कबूला कि पानीपत के एक दोस्त ने असलहा दिया था.  पुलिस ने अरुण मौर्य से पूछा जीगाना जैसे खतरनाक और कीमती पिस्टल किस दोस्त ने दी?

सुंदर भाटी के संपर्क में था सनी

इस सवाल का जवाब देते हुए अरुण ने कहा कि मैं नहीं जानता था कि यह इतनी कीमती पिस्टल है, मैं तो इसे अच्छा असलहा भर समझ रहा था, जिससे कोई बचेगा नहीं. वहीं, सनी सिंह ने पूछताछ के दौरान सुंदर भाटी से संपर्क को कुबूला है. वह हमीरपुर जेल में बंद रहने के दौरान सुंदर भाटी के संपर्क में आया था, लेकिन जेल बदलने के बाद फिर कभी संपर्क नहीं हुआ.