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CM ने राज्य में चल रहे अवैध मदरसों का रिव्यू करने के दिए निर्देश

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भोपाल

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार सुबह कानून व्यवस्था को लेकर उच्चस्तरीय बैठक की। उन्होेंने पुलिस अधिकारियों को राज्य में चल रहे अवैध मदरसों का रिव्यू करने के निर्देश दिए। साथ ही कट्टरता और भ्रामक खबरें फैलाने वालों पर कार्रवाई के निर्देश दिए। बैठक के बाद गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने भी अधिकारियों से जेएमबी और पीएफआई जैसे संगठनों पर सख्त नजर रखने को कहा।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के जिन अवैध मदरसों, संस्थानों में का रिव्यू किया जाएगा। कट्टरता और अतिवाद बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अधिकारी सोशल मीडिया पर नजर रखें, भ्रामक खबरें, संवेदन हीन विषय वस्तु और कट्टरवाद बढ़ाने वाले कमेंट लिखने वालो को पहचाने और आवश्यक कार्यवाही करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि पेसा नियम में पुलिस के पक्ष को अच्छे से देख लें और रिव्यू कर लें। जल्द ही डीएफओ के साथ बैठक करेंगे।

मुख्यमंत्री ने पुलिस अफसरों से कहा कि अहाते बंद होने के बाद कहीं और से शराब न बिके, इस पर सतत नजर रखें और कार्यवाही करें। अगर ऐसा होता पाया जाए तो ऐसे स्थानों को ध्वस्त करें। सायबर अपराध पर निरंतर कार्यवाही हो। तकनीक का इस्तेमाल करें। उन्होंने कहा कि अवैध रेत के खिलाफ अच्छा एक्शन हुआ है।  माफियागिरी चलाने की मानसिकता रखने वालों को ध्वस्त किया जाए।

मुझे मप्र पुलिस पर गर्व है: सीएम
बैठक के दौरान सीएम चौहान ने कानून व्यवस्था में कसावट के मामले में की गई अच्छी कार्रवाई के लिए पुलिस कर्मियों को बधाई दी। उन्होंने नक्सल के खिलाफ बालाघाट में हुई कार्यवाही की विशेष तौर पर प्रशंसा की। साथ ही बुरहानपुर में अतिक्रमण हटाने, त्योहारों पर पुलिस की मुस्तैदी और त्योहार शांतिपूर्वक संपन्न होने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि मुझे मध्यप्रदेश पुलिस पर गर्व है। पुलिस अधिकारी त्वरित एक्शन में पीछे न रहें। सीएम ने कहा कि एमपी पुलिस कानून व्यवस्था के मामले में देश में नम्बर वन बनने की क्षमता रखती है। इसलिए काम में लगातार सुधार किया जाए।

JMB-PFI संगठनों पर रखें नजर: मंत्री नरोत्तम
बैठक के बाद गृहमंत्री डॉ मिश्रा ने कहा कि त्यौहारों के मद्देनजर जेएमबी और पीएफआई जैसे संगठनों पर भी सख्ती से नजर रखी जाएगी। संगठित अपराध पनपने नहीं दिए जाएंगे। मिश्रा ने कहा कि सीएम ने साफ कहा है कि अहाते बंद मतलब बंद होने चाहिए। कानून व्यवस्था संबंधी बैठक के बाद सीएम ने रीवा में पीएम नरेंद्र मोदी के दौरे की तैयारियों को लेकर भी अफसरों से चर्चा की और किसी तरह की लापरवाही की स्थिति न बनने देने के निर्देश दिए।

सीएम की बैठक से पहले पीएचक्यू में डीजीपी ने की अफसरों के साथ मीटिंग
इधर मुख्यमंत्री की कानून व्यवस्था को लेकर आज हुई बैठक से एक दिन पहले डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना ने पुलिस मुख्यालय में एडीजी रेंक के अफसरों के साथ बैठक की। इस बैठक के बाद डीजीपी ने इंटेजीजेंस के अफसरों के साथ भी लंबी चर्चा हुई। शाम को करीब चार बजे से डीजीपी ने पुलिस मुख्यालय के अधिकांश एडीजी को बुलाया और लंबी बैठक की। इस बैठक का उद्देश्य बजट आवंटन को लेकर था, लेकिन इसमें आज हो रही मुख्यमंत्री के साथ बैठक को लेकर भी चर्चा की गई। इस बैठक के बाद इंटेजीजेंस के अफसरों के साथ भी डीजीपी की लंबी बैठक चली। इस बैठक को लेकर भी यही माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक से पहले पूरे प्रदेश की स्थिति को लेकर डीजीपी और इंटेलीजेंस के अफसरों ने रिव्यू किया।