नई दिल्ली
सरकार ने विंडफाल टैक्स (windfall tax) में बदलाव किया है। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने टैक्स सिस्टम को सरल बनाने और निवेशकों को आकर्षित करने के लिए घरेलू क्रूड ऑयल के प्रोडक्शन पर लगने वाले विंडफाल टैक्स में बदलाव किया है। संसोधित टैक्स अब 6,400 रुपये प्रति टन कर दिया गया है। बता दें, विंडफाल टैक्स सरकार की किसी इंडस्ट्री पर तब लगाती है जब वे अप्रयाशित तौर पर ज्यादा लाभ कमाने लगते हैं।
सरकार ने क्रूड पेट्रोलियन पर स्पेशल एडिशनल एक्साइज ड्यूटी (SAED) 6400 रुपये प्रति टन कर दिया है। पहले यह जीरो था। हालांकि सरकार की तरफ से कई गई नई बढ़ोतरी पेट्रोलियम और एविएशन टरबाईन फ्यूल को प्रभावित नहीं करेगा। इन पहले की तरह ही स्पेशल एडिशनल एक्साइज ड्यूटी जीरो ही रहेगा। सरकार ने इसके अलावा डीजल के एक्सपोर्ट ड्यूटी घटाने का भी फैसला किया है। सेंट्रल गवर्नमेंट के नए आदेश के अनुसार डीजल पर SAED 0.50 रुपये प्रति लीटर घटकर अब जीरो कर दिया गया है।
सरकार के इस फैसले का असर तेल प्रोडक्शन करने वाली कंपनियों पर सीधा पड़ेगा। विंडफाल टैक्स में किए गए बदलाव की वजह से तेल कंपनियों को डोमेस्टिक प्रोड्यूसड क्रूड ऑयल पर ज्यादा टैक्स देना होगा। हालांकि, डीजल के एक्सपोर्ट ड्यूटी में की गई कटौती का लाभ मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को ही मिलेगा। बात दें, पिछले साल सरकार ने रूस और यूक्रेन युध्द के दौरान विंडफाल टैक्स पहली बार लगाया था। सरकार हर दो हफ्ते में विंडफाल टैक्स में बदलाव करता है।