विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, दुनिया की कुल आबादी का छठा हिस्सा एनीमिया का शिकार है। यह समस्या महिलाओं में अधिक पाई जाती है, जबकि हमारे देश में हर तीन महिला में से खून की कमी की समस्या से जूझ रही है।
दरअसल, जब बॉडी सेल्स को एक्टिव रहने के लिए आक्सीजन की जरूरत होती है तो रेड ब्लड सेल्स में मौजूद हीमोग्लोबिन आक्सीजन को हर अंग तक पहुचाने का काम करता है। लेकिन, जब बॉडी में आयरन की कमी से रेड ब्लड सेल्स और हीमोग्लोबिन प्रोडक्शन प्रभावित होता है तो बॉडी और ब्रेन की काम करने की क्षमता बुरी तरह प्रभावित होने लगती है। इसे ही एनीमिया कहा जाता है। मायोक्लिनिक के मुताबिक, महिलाएं हर महीने मासिक धर्म से गुजरती हैं।
जब शरीर से अधिक मात्रा में खून का रिसाव होता है तो महिलाओं में आयरन की कमी और एनीमिया का खतरा बढ़ जाता है। यही नहीं, प्रेग्नेंसी के दौरान और डिलीवरी की वजह से भी महिलाओं में खून की कमी होने लगती है। ऐसे में अगर वे हेल्दी डायट ना लें और रोज की जरूरत के हिसाब से आयरन आदि की आपूर्ति ना हो तो यह समस्या और भयानक रूप ले सकती है।
एनीमिया के लक्षण
खून की कमी से शरीर में आक्सीजन का स्तर कम होने लगता है।
शरीर में आक्सीजन की कमी से अधिक थकान महसूस होती है।
त्वचा का रंग पीला या सफेद पड़ने लगता है और आंखों के आसपास काला पड़ने लगता है।
शरीर में ऊर्जा की कमी होने लगती है और सांस लेने में तकलीफ महसूस होती है।
दिल की धड़कन तेज रहती है और ब्लड प्रेशर लो रहता है।
मूड स्विंग्स होता है और डिप्रेशन महसूस
होता है।
भूख की कमी भी रहती है और बार बार चक्कर आता है।
हाथ पैर ठंडा रहता है और सिर दर्द, सिर हल्का लगना जैसा महसूस होता है।
नाखून टूटने लगते हैं और स्किन की पपड़ी निकलती रहती है।
एनीमिया के घरेलू उपाय
चुकंदर का जूस पीने से एनीमिया की समस्या दूर हो सकती है।
आप पालक, केल जैसे आयरन से भरपूर हरी सब्जियों को डाइट में अधिक से अधिक शामिल करें।
प्रतिदिन सुबह नाश्ते में दो से तीन खजूर और 10-12 दाने किशमिश के खाएं।
रोज पानी में भिगोए हुए चने को गुड़ के साथ खाएं। गुड़ और चना में आयरन भरपूर मात्रा में होता है। तब भी परेशानी रहे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।