मुजफ्फरपुर.
पूरा मामला जिले के औराई के राजखंड उत्तरी पंचायत के वार्ड 9 के कोरियाही गांव का बताया गया है। जहां पर पिछले कई दशकों से महादलित परिवार के लोग आशियाना बनाकर जीवन यापन कर रहे थे। इनके पास अपनी खुद की जमीन नहीं है। वहीं पर इनके पूर्वजों के नाम पर मात्र एक डिसमिल जमीन है, जिसे लेकर कई बार इन लोगों ने सरकार से और पदाधिकारी से 3 डिसमिल जमीन मुहैया करवाने की मांग की, लेकिन आज तक इनकी किसी ने फरियाद नहीं सुनी। जिसके बाद थक हारकर सभी परिवार सरकारी जमीन पर बस गए।
अब जिसके आशियानों को बुल्डोजर ने पुरी तरह ध्वस्त कर दिया गया है। जिला प्रशासन द्वारा अब तक गरीब परिवारों के घर और आशियाने उजाड़ने में दिलचस्पी दिखाई गई है, लेकिन बड़े-बड़े कब्जा धारियों तक उनकी पहुंचने की हिम्मत तक नहीं हुई। उनके पहुंचे और पावर के सामने विभाग के पदाधिकारी घुटने टेक देती है और अब देखना होगा कि उन बड़े कब्जा धारियों तक प्रशासन का बुलडोजर कब तक पहुंच पाता है। वहीं इसको लेकर ग्रामीण शंकरदेव पासवान ने बताया पूर्वजों के जमाने से सरकारी जमीन पर बसे थे। 45 लोगों का परिवार है, इनके पास निजी जमीन नहीं है। एक डिसमिल जमीन पूर्वजों के नाम से है। विभाग बुल्डोजर से पूरे समान को ध्वस्त कर दिया है। जबकि बसाने के बाद विभाग को उजाड़ना चाहिए क्या? जितनी बड़ी तत्पदता से गरीब के आशियाना को उजाड़ा जाता है क्या प्रशासन कभी बड़े राजनीतिक रसूख वाले इस दिशा में तत्परता दिखाते हैं। वहीं इस पूरे मामले को लेकर औराई प्रखंड के अंचल अधिकारी ने कहा कि मधुमिता कुमारी ने कहा कि अवैध कब्जे को लेकर कार्रवाई की गई है। जो परिवार को हटाया गया है, उन्हें चिन्हित कर भूमिहीन परिवारों को जल्द भूमि निर्गत की जाएगी।