बिहार
बिहार में शराबबंदी के बीच जहरीली शराब से मौत की घटनाएं थम नहीं रही हैं छपरा में 77 मौत के बाद पूर्वी चंपारण में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इस बीच नीतीश सरकार में सहयोगी कांग्रेस पार्टी ने भी शराबबंदी को लेकर सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस के 2 विधायकों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू करने की अपील की है।
कांग्रेस के विधायक और विधानसभा में दल के नेता अजीत शर्मा ने बिहार में शराबबंदी कानून सफल नहीं होने के कारण भी गिनाए हैं। उन्होंने कहा है कि अधिकारियों द्वारा अभी तक पूर्ण शराबबंदी लागू करने को लेकर दिखावे की कार्रवाई की जा रही है। इसकी जांच कर जिम्मेदार पदाधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। अजीत शर्मा ने आरोप लगाया कि शराब माफिया के राज्य के बड़े पदाधिकारियों से सांठगांठ है। जब भी करवाई होती है उसमें निचले स्तर के कर्मियों और अधिकारियों को निशाना बनाया जाता है। ऊपर के लोग बच जाते हैं। इसलिए राज्य में पूर्ण शराबबंदी सफल नहीं हो रही है और जहरीली शराब पीकर लोग मौत के शिकार बन रहे हैं। उन्होंने सीएम नीतीश कुमार से अपील किया है कि इस मामले में उच्च स्तरीय जांच कराएं और बड़े अधिकारियों की जिम्मेदारी फिक्स करते हुए उन पर करवाई सुनिश्चित करें।