गया.
बिहार के गया जिले के डीएम डा. त्याग राजन एसएम सोमवार को जिले के पांच स्कूलों के हेडमास्टरों पर बड़ी कार्रवाई की है। इससे शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया। मध्याह्न भोजन योजना में छात्रों की फर्जी उपस्थिति दिखा राशि गबन करने वाले जिले के पांच हेडमास्टरों पर गाज गिरी है। डीएम ने दो हेडमास्टरों को निलंबित किया है और तीन के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया है।
जानकारी के मुताबिक, गया डीएम को शिकायत मिली थी कि 32 सरकारी स्कूलों में मध्याह्न भोजन योजना में स्कूलों के हेडमास्टरों द्वारा छात्रों की फर्जी उपस्थिति दर्ज कर राशि का गबन कर रहे हैं। किसी स्कूलों में दस दस दिनों तक छात्रों को पीएम पोषण योजना की लाभ नहीं दिया जा रहा है।
अन्य स्कूलों के हेडमास्टरों के बीच हड़कंप मचा हुआ
शिकायत के बाद डीएम ने सभी स्कूलों की जांच कराय। जांच के दौरान जिले के पांच स्कूलों में छात्रों की फर्जी उपस्थिति दर्ज सरकारी खाधान्न और राशि गबन पाया गया। जांच के बाद संबंधित विभागों के अधिकारियों ने डीएम को रिपोर्ट सौंपी। वहीं जांच रिपोर्ट के आने के बाद सोमवार को शेरघाटी और गुरुआ प्रखंड के हेडमास्टर को सस्पेंड कर दिया गया। साथ ही तीन हेडमास्टरों से तीन दिनों के अंदर गबन की राशि वसूलने का आदेश दिया है। इस आदेश के बाद बच्चों के भोजन खा जाने वाले जिले के अन्य स्कूलों हेडमास्टरों के बीच हड़कंप मचा हुआ है। क्योंकि, डीएम शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर सख्त निर्देश दिया हैं कि ऐसे भ्रष्टाचारी पर कार्रवाई करें।
इन स्कूलों के हेडमास्टरों पर गिरी गाज
सोमवार को जिले के मध्याह्न भोजन योजना में राशि गबन करने के आरोप में जिले के टिकारी प्रखंड में स्थित प्राथमिक विद्यालय घंघौरा, कोंच प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय डिहुरी, टनकुप्पा प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय नौआखाप, गुरुआ प्रखंड के मध्य विद्यालय गौशपुर और शेरघाटी प्रखंड के मध्य विद्यालय कुशा के हेडमास्टरों पर गाज गिरी है।