भोपाल
भोज मुक्त विश्वविद्यालय में आए दिन नए-नए कारनामे सामने आ रहे हैं। अब नया कारनामा नए कुलपति से जुड़ गया है। यहां के छात्रों ने शिकायत की है कि फीस भरने के बाद स्टडी मटेरियल नहीं मिल रहा है। वहीं कुलपति एकेडमिक गतिविधियों को छोड़ संगोष्ठियों में समय दे रहे हैं।
भोज मुक्त विश्वविद्यालय में दाखिला लेने वाले छात्रों की शिकायत है कि पूरी फीस भरने के बावजूद उन्हें अभी तक किताबें और असाइंमेंट पुस्तिका नहीं मिल पाई हैं। परीक्षाएं कब होंगी इसकी जानकारी तक किसी को नहीं हैं। इस लापरवाही वजह सिर्फ एक कुलपति संजय तिवारी एकेडमिक गतिविधियों को छोड़ संगोष्ठियों में ज्यादा समय और बजट खर्च कर रहे हैं। इससे सूबे में उथल-पुथल की स्थिति बनी हुई है।
भोज मुक्त विश्वविद्यालय में वर्ष 2022 में विभिन्न कोर्स में एडमिशन लिए हजारों विद्यार्थियों को स्टडी मटेरियल नहीं दिया गया है। उन्हें अध्ययन सामग्री के लिए नामांकन के समय ही पैसा जमा करा दिया था। अध्ययन सामग्री समय पर नहीं मिलने के कारण पूरा एक साल बेकार चला गया। इसके चलते विवि भी परीक्षा की तिथि घोषित नहीं कर पा रहा है। इससे शैक्षणिक सत्र भी काफी विलंब चल रहा है।
मानकों को नहीं पूरा करने की वजह से एनओयू में दूरस्थ शिक्षा के लिए अनुमति अगले कुछ सत्रों के लिए शर्तों के साथ दी गई है। इसके बाद भी परीक्षाओं को लेकर लगातार लापरवाही बरती जा रही है। कुलपति संजय तिवारी परीक्षाओं पर फोकस करने वजय राष्टÑीय और राज्य स्तरीय संगोष्ठियों को आयोजित कराने में ज्यादा समय और विवि का बजट खर्च कर रहे हैं। यहां तक कई संगोष्ठियों में शिरकत कर रहे हैं।
स्टूडेंट्स से ली फीस फिर भी किताबें ही छपकर नहीं आयी
सेंटर के कर्मचारियों ने बताया कि यहां किताबें ही छापकर नहीं आयी है। इतना ही नहीं एसाइनमेंट की पुस्तिका के पैसे भी नामांकन के समय छात्रों से ले लिए गए, लेकिन अभी तक विश्वविद्यालय को साल भर बाद भी निजी फार्म ने पुस्तिका छापकर नहीं दिए हैं। जिसके कारण सत्र निर्धारित समय से छह महीने लेट चल रहा है।
स्टडी मटेरियल नहीं होने से कम हुई स्टूडेंट्स की संख्या
दो-तीन वर्ष पहले तक विवि में नामांकन की गहमा-गहमी रहती थी। लेकिन शैक्षणिक सत्र के विलंब से चलने तथा स्टडी मटेरियल और एसाइनमेंट कॉपी समय पर नहीं मिलने की वजह से विद्यार्थियों का भोज विवि से मोहभंग हो रहा है।