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श्रद्धा हत्‍याकांड में आफताब के खिलाफ आरोपों पर बहस पूरी, आदेश 29 अप्रैल को

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नईदिल्ली

श्रद्धा हत्याकांड मामले में दिल्ली के साकेत कोर्ट में आफताब पूनावाला के खिलाफ आरोपों पर बहस आज पूरी हो गई। अब आरोपों पर आदेश 29 अप्रैल को सुनाया जाएगा। दूसरी तरफ, श्रद्धा के पिता विकास वाकर ने उनके अवशेष जारी करने के लिए एक अर्जी दाखिल की है। दिल्ली पुलिस जवाब दाखिल करेगी।

कौन थी श्रद्धा क्या है पूरा मामला ?

श्रद्धा भी उन आम लड़कियों जैसी थी जो अपनी जिंदगी में कुछ करना चाहती थी जिसके कुछ सपने थे! श्रद्धा 27 साल की मुंबई में रहने वाली लड़की थी जो मुंबई के मल्टीनेशनल कंपनी में काम करती थी वही उसकी मुलाकात अफताब पूनावाला से हुई थी। आपको बता दें की श्रद्धा का पूरा नाम श्रद्धा वॉकर है!

जब श्रद्धा अफताब से मिली तो उन दोनों की दोस्ती हो गई और फिर यह दोस्ती सीधे प्यार में बदल गई। श्रद्धा और अफताब का रिश्ता साल 2019 में शुरू हुआ था। जिसके बारे में श्रद्धा के कुछ करीब दोस्तों को ही पता था क्योंकि उन्होंने अपने रिश्ते के बारे में अपने घरवालों को नहीं बताया था।

पर फिर एक दिन श्रद्धा ने अपने परिवार को अफताब के बारे में बता दिया लेकिन दूसरे कास्ट के होने के वजह से श्रद्धा के परिवार वालों ने अफताब को अपनाने से मना कर दिया।

परिवारवालों ने श्रद्धा को समझाया कि वो अफताब को छोड़ दें लेकिन श्रद्धा ने उनकी बात नहीं मानी। और अफताब के साथ घर छोड़कर दिल्ली चली आई।

दिल्ली आने के बाद वह अफताब के साथ वो पहले पहाड़गंज के एक होटल में रह रही थी। फिर वो दोनो साउथ दिल्ली चले गए और वहां उन्होंने महरौली के पास फ्लैट ले लिया। जिसके 10 दिन बाद ही श्रद्धा के मौत की खबर आई थी।

कई सूत्रों के द्वारा ये सुनने को मिला है कि श्रद्धा और अफताब में हमेशा ही लड़ाइयां हुआ करती थी और इनमें से ज्यादातर लड़ाइयां शादी को लेकर होती थी। श्रद्धा अफताब से शादी करना चाहती थी लेकिन अफताब ऐसा नहीं चाहता था।

इसीलिए फिर गुस्से में आकर अफताब ने श्रद्धा को मार दिया और उसके शव के 35 टुकड़े कर दिए। अफताब ने सिर्फ श्रद्धा के टुकड़े ही नहीं किए बल्कि बड़ी बेरहमी से उसके शरीर के टुकड़ों को बाहर ले जाकर रात के समय फेंका जाता था।

जब 1 सप्ताह तक श्रद्धा से उसके परिवार की कोई बातचीत नहीं हुई तब उसके पिता विकास वाकर परेशान हो गए और श्रद्धा की तलाश में वह दिल्ली चले आए।

श्रद्धा के पिता उसके फ्लैट में भी गए थे लेकिन फ्लैट में ताला लगे होने के वजह से वो महरौली के लोकल पुलिस थाने में चले गए और वहां उन्होंने अपने बेटी के लापता होने की रिपोर्ट करा दी।

जिसके बाद जब पुलिस ने अपनी जांच पड़ताल शुरू की तो उन्हें श्रद्धा की हत्याकांड की खबर मिली।
क्यों मारा था अफताब ने श्रद्धा को ?

अफताब और श्रद्धा जिस फ्लैट में रह रहे थे वही के लोगों से पूछताछ करने पर ये बात सामने आई कि अफताब और श्रद्धा हमेशा लड़ते रहते थे और एक दिन यह लड़ाई इतनी ज्यादा बढ़ गई कि गुस्से में आकर अफताब ने श्रद्धा का गला दबाकर उसे मार दिया और फिर गांजे का नशा करके उसने श्रद्धा के शव को 35 टुकड़ों में काट कर फ्रिज में रख दिया।
श्रद्धा के दोस्तों ने बताया क्या हो रहा था उसके साथ ?

श्रद्धा मर्डर केस के बारे में काफी लोगों से बातचीत करते हुए पुलिस ने श्रद्धा के दोस्तों से भी उनका बयान लिया है। श्रद्धा के एक दोस्त ने बताया कि श्रद्धा कहीं ना कहीं यह बात पहले से ही जानती थी कि अफताब उसे मारना चाहता है! जिसके बाद उसके दोस्त ने श्रद्धा को पुलिस में जाकर कंप्लेन करने के लिए भी कहा था लेकिन प्यार में अंधे होकर श्रद्धा ने ऐसा नहीं किया और ना ही उसके दोस्त को ऐसा करने दिया।

श्रद्धा के दोस्त ने यह भी बताया कि श्रद्धा की हत्या करने से पहले से ही अफताब उस पर काफी अत्याचार करता था आपको यकीन नहीं होगा अफताब श्रद्धा के पीठ पर जला हुआ सिगरेट सटा देता था जिससे उसकी पीठ पर सिगरेट के कई सारे निशान बन चुके थे जिसमें से कुछ निशान उसने अपने दोस्तों को भी दिखाया था।

यहां तक कि श्रद्धा के चेहरे पर भी कई जगह घाव के निशान देखने को मिलले थे और उसके दोस्त हमेशा उसे हौसला बनाए रखने की सीख देते थे।

श्रद्धा के दोस्त ने यह भी बताया कि श्रद्धा कभी भी ऐसी लड़की नहीं थी जो किसी के ऊपर निर्भर रहे वह एक बोल्ड और साहसी लड़की थी, यहां तक कि अफताब ने अपने बयान में जो बात कही है कि श्रद्धा द्वारा शादी को लेकर जोर देने के कारण उसने उसे मारा है वो भी पूरी तरह से गलत है क्योंकि श्रद्धा इस तरह की बातें कभी नहीं करती थी।
डॉक्टर से भी श्रद्धा ने बात की थी!

श्रद्धा हत्याकांड के बारे में न्यूज़ देखने के बाद डॉक्टर प्रणव काबरा कहते हैं कि करीब 21 महीने पहले उन्हें एक लड़की का फोन आया था जो उनसे depression और anger management के लिए काउंसलिंग लेना चाहती थी। उस लड़की ने यानी कि श्रद्धा ने उनसे कहा था कि मैं अफताब के साथ आऊंगी।’

डॉक्टर ने फोन पर लड़की को बताया था कि वह कोई साइकैटरिस्ट नहीं है बल्कि फिजिशियन है लेकिन डॉक्टर ने श्रद्धा पर जोर दिया था कि वह साइकैटरिस्ट के पास जरूर जाए। अगर उस समय श्रद्धा उनकी बात मान लेती तो शायद आज वह जिंदा होती ऐसा ही कुछ डॉक्टर का कहना है।

पुलिस से फोन कॉल का समय पूछने पर डॉक्टर काबरा ने उन्हें कॉल का exact समय तो नहीं बताया लेकिन उन्होंने अंदाज़ बताया कि ये कॉल उन्हें 2021 फरवरी के समय में आया था।

नशे में मारा था अफताब ने श्रद्धा को!

पुलिस जांच में ये बात भी सामने आई है कि अफताब ने श्रद्धा को मारने से पहले गांजा का नशा किया हुआ था। वह गांजा पीता और फिर श्रद्धा को मारता और जैसे ही उसका नशा उतरता वह फिर से गांजा पी लेता था। श्रद्धा के दोस्तों ने इस बात की पुष्टि की है कि श्रद्धा को अफताब के गांजा पीने के बारे में पता था जो उसे बिल्कुल भी पसंद नहीं था।

 इतना ही नहीं अफताब शराब भी पीता था वो बीयर का सेवन सबसे ज्यादा कर