Home छत्तीसगढ़ छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य विभाग ने मोतियाबिंद आपरेशन का बना नया रिकार्ड

छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य विभाग ने मोतियाबिंद आपरेशन का बना नया रिकार्ड

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रायपुर
 छत्तीसगढ़ में मोतियाबिंद आपरेशन का नया रिकार्ड स्थापित हुआ है। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ में लोगों को नेत्र विकारों से मुक्ति दिलाने का काम मिशन मोड पर चल रहा है। राज्य में हाल ही में समाप्त हुए वित्तीय वर्ष 2022-23 में आंख की रोशनी लौटाने की कवायद में कुल एक लाख 67 हजार 716 आपरेशन किए गए हैं। इनमें एक लाख 35 हजार 113 मोतियाबिंद के और 32 हजार 603 आपरेशन आंख की दूसरी बीमारियों के हैं। नेत्र विकारों से पीड़ित 40 वर्ष से अधिक के 53 हजार 659 लोगों के और 37 हजार 302 बधाों को निश्शुल्केचश्मा भी इस दौरान प्रदान किया गया। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने प्रदेश भर के स्कूलों में जाकर दस लाख 77 हजार 577 बधाों के आंखों की जांच भी की है।

राष्ट्रीय अंधत्व एवं अल्पदृष्टि नियंत्रण कार्यक्रम के राज्य नोडल अधिकारी डा. सुभाष मिश्रा ने बताया कि पिछले वित्तीय वर्ष में प्रदेश में मोतियाबिंद के एक लाख 35 हजार 113 आपरेशन किए गए। यह राज्य में एक वर्ष में अब तक किया गया सर्वाधिक आपरेशन है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में एक लाख सात हजार 600 मोतियाबिंद आपरेशन का लक्ष्य रखा गया था। स्वास्थ्य विभाग ने इस बेंचमार्क को पार करते हुए कुल एक लाख 35 हजार 113 आपरेशन किए हैं, जो कि लक्ष्य से 25 प्रतिशत ज्यादा है। मोतियाबिंद के साथ ही इस दौरान 32 हजार 603 आंख की अन्य बीमारियों के आपरेशन किए गए हैं।

 

आंख के कुल आपरेशन- एक लाख 67 हजार 716

मोतियाबिंद- एक लाख 35 हजार 113

बच्चों की आंख की जांच-10 लाख 77 हजार 577

आंख के आपरेशन में यह उपलब्धि भी

1. राज्य के सभी जिला अस्पतालों व चिकित्सा महाविद्यालयों में भी आंख के आपरेशन की सुविधा।

2. सात जिले कबीरधाम, रायपुर, बलौदाबाजार-भाटापारा, रायगढ़, धमतरी, राजनांदगांव एवं बालोद द्वारा मोतियाबिंद अंधत्व बैकलॉग फ्री स्टेटस के लिए राज्य स्तर पर दावा प्रस्तुत।

3. कबीरधाम और रायपुर जिले का राज्य स्तर से सत्यापन के बाद दावा पत्र भारत सरकार को भेज दिया गया है। शेष पांच जिलों में सत्यापन का कार्य जारी।

4. राज्य में राष्ट्रीय अंधत्व एवं अल्पदृष्टि नियंत्रण कार्यक्रम के तहत बीते वित्तीय वर्ष में दस लाख 77 हजार 577 स्कूली बधाों का नेत्र परीक्षण।

5. इस दौरान नेत्र विकार पीड़ित 37 हजार 302 छात्र-छात्राओं को निश्शुल्क चश्मा प्रदान।

6. प्रदेश में 40 वर्ष से अधिक उम्र के 53 हजार 659 लोगों को पास की दृष्टि में सुधार के लिए प्रेसबायोपिक चश्मा।