ग्वालियर
पर्यटकों को आकर्षित करने और सुविधा देने के लिए नगर निगम का मोतीमहल स्थित संग्रहालय अब शासकीय अवकाश वाले दिन भी खुला रहेगा। अब केवल सोमवार को साप्ताहिक अवकाश के दिन ही इस संग्रहालय को बंद रखा जाएगा। इससे पहले साप्ताहिक अवकाश के अलावा सभी शासकीय अवकाश पर भी संग्रहालय बंद रहता था। यह पहली बार है कि नगर निगम इसे अन्य दिनों में खोलने का निर्णय लिया है। वर्ष 1922 से नगर निगम इस संग्रहालय का संचालन कर रहा है।
नगर निगम के इस संग्रहालय में बहुत दुर्लभ वस्तुएं रखी हुई हैं। यहां महारानी लक्ष्मीबाई द्वारा अंग्रेजों के विरुद्ध युद्ध के मैदान में उपयोग किए गए हथियार प्रदर्शित किए गए हैं। इसके साथ ही जिरह बख्तर भी रखा हुआ है। इसके अलावा वह अद्भुत कटोरा है जिसमें राजा का भोजन उनको खिलाने से पहले डाला जाता था। अगर खाने में किसी भी तरह का जहर मिला है, तो कटोरे का रंग नीला हो जाता है। इसी प्रकार विभिन्न प्रकार की कलाकृतियों यहां दिखाया गया है। उसमें हाथी दांत से बनी हुई अद्भुत कलाकृतियां, लघु चित्र, तैलीय चित्र, प्राचीन मुद्राएं, पाषाण प्रतिमाएं सहित कई आयटम हैं।
यहां 122 प्रकार के पक्षियों की प्रजातियां को भी प्रदर्शित किया गया है, जिनमें 91 अप्रवासी और 31 प्रवासी पक्षियों का संग्रह है। इसके अलावा सफेद कृष्ण मृग, सोन चिड़िया, हाथी का पूरा सिर प्रमुख आकर्षण में से एक है। आठवीं और दसवीं शताब्दी की पत्थर की मूर्तियां भी रखी हुई हैं। इन सभी आयटम के कारण कई छात्र यहां पर अपनी रिसर्च के लिए भी आते हैं। संग्रहालय को देखने के लिए रोजाना लगभग 40 पर्यटक आते हैं, लेकिन रविवार के दिन इनकी संख्या 60 से 70 तक पहुंच जाती है। इससे संग्रहालय प्रबंधन को लगा कि छुट्टी वाले दिन अधिक लोग संग्रहालय देखने के लिए आते हैं।
इसी तरह से अन्य अवकाश के दिनों में अगर संग्रहालय को खोला जाए, तो अधिक पर्यटक यहां आएंगे। इससे पर्यटकों को तो लाभ मिलेगा ही, साथ ही संग्रहालय का राजस्व भी बढ़ेगा। नगर निगम द्वारा संचालित गांधी प्राणी उद्यान भी सभी शासकीय अवकाश के दिनों में खुलता है। वहां साप्ताहिक अवकाश शुक्रवार का रहता है। इसी तर्ज पर अब संग्रहालय को सिर्फ साप्ताहिक अवकाश के दिन ही बंद रखा जाएगा।