भोपाल
लाड़ली लक्ष्मी योजना में समग्र आईडी अनिवार्यता किए जाने का असर लाड़ली लक्ष्मी के पंजीयन पर पड़ा है। प्रदेश के 47 जिलों में इस साल लाड़ली लक्ष्मी योजना में प्रगति पूर्व के वर्ष की प्रगति से कम हो गई है। इसको लेकर विभाग की प्रमुख सचिव दीपाली रस्तोगी ने मैदानी अफसरों से जवाब मांगा है और इसमें तेजी लाने के निर्देश दिए है।
सूत्रों के मुताबिक पहले लाड़ली लक्ष्मी योजना में बेटियों का पंजीयन जन्म होते ही आंगनबाड़ियों के माध्यम से हो जाता था। छह माह पहले महिला बाल विकास विभाग ने लाड़ली लक्ष्मी योजना में पंजीयन कराने के लिए समग्र आईडी की अनिवार्यता कर दी है। कई परिवारों के पास समग्र आईडी नहीं होंने के कारण और कई परिवारो को इसे बनवाने में समय लगने के कारण लाड़ली लक्ष्मी योजना में पंजीयन कम हो गया है। प्रगति पिछले साल की प्रगति से भी कम हो गई है।
समग्र न होंने के कारण लाड़ली लक्ष्मी योजना के पंजीयन में व्यवधान आया है। जिलों के अफसरों ने समग्र की अनिवार्यता का विरोध भी किया था। उन्होंने पहले ही यह आशंका जताई थी कि इससे पंजीयन प्रभावित होगा और वही स्थिति बन गई है। महिला एवं बाल विकास विभाग दो मई को लाड़ली लक्ष्मी दिवस मनाएगा।
शिक्षा पोर्टल होगी लाड़ली लक्ष्मी की ट्रेकिंग
लाड़ली लक्ष्मी योजना की ट्रेकिंग शिक्षा पोर्टल के जरिए की जाना है। शिक्षा पोर्टल से लाड़ली लक्ष्मी को जोड़ने के लिए समग्र आईडी होना अनिवार्य है। शिक्षा पोर्टल पर लाड़ली लक्ष्मी को लिंक किए जाने के बाद यह मानीटरिंग हो सकेगी कि लाड़ली लक्ष्मी पहली कक्षा से लगातार आगे पढ़ाई करती आ रही है। वे बीच में पढ़ाई छोड़ तो नहीं रही है। उनका विवाह कब हो रहा है इस सबकी मानीटरिंग शिक्षा पोर्टल से की जाना है।
पुराने लाड़ली लक्ष्मी पंजीयन का भी होगा ईकेवायसी
लाड़ली लक्ष्मी योजना में दर्ज पुराने पंजीयन का भी ईकेवायसी कराया जाएगा। सभी बालिकाओं का और दस वर्ष से अधिक आयु की बालिकाओं प्राथमिकता के आधार पर ईकेवायसी कराया जाएगा। इन्हें भी शिक्षा पोर्टल से लिंक किया जाएगा।