लखनऊ
उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी माफिया अतीक अहमद के बेटे असद अहमद और शूटर गुलाम के एनकाउंटर के मारे जाने के बाद एडीजी प्रशांत कुमार ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि अब तक पुलिस मुठभेड़ में 183 बदमाश मारे जा चुके हैं और इस दौरान हमारे 13 पुलिसकर्मी भी शहीद हुए हैं.
अतीक अहमद के बेटे असद और मोहम्मद गुलाम का एनकाउंटर करने के बाद लखनऊ में यूपी पुलिस ने प्रेस-कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी. प्रेस-कॉन्फ्रेंस में यूपी एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश और एडीजी प्रशांत कुमार थे. प्रशांत कुमार ने बताया कि 24 फरवरी को एक बड़ी घटना प्रयागराज के धूमनगंज थाना क्षेत्र में घटित हुई थी, जिसमें एक महत्वपूर्ण गवाह उमेश पाल की हत्या गाड़ी सवार कुछ बदमाशों ने की थी. इसमें हमारे दो बहादुर साथी, जो गवाह की सुरक्षा में लगे थे, वो भी शहीद हुए थे.
उस समय पुलिस ने विशेष दल बनाया और कार्रवाई शुरू की. पुलिस ने इस घटना में पहचाने गए पांच आरोपियों पर अलग-अलग स्तर पर पांच लाख रुपए के इनाम घोषित किए थे. 5 लाख का इनाम- अरमान, असद, गुड्डू और शाबिर पर था. एसटीएफ और पुलिस इनको पकड़ने की कोशिश में लगातार लगी हुई थी. पुलिस वारंट बी लेकर दो महत्वपूर्ण जगहों पर गई थी. इस एफआईआर में नामजद दो आरोपियों को भी लाया गया था.
प्रशांत कुमार ने बताया कि इनपुट था कि रास्ते में कॉनवॉय पर हमला करके उन्हें छुड़ाया जा सकता था. 24 फरवरी को जैसी घटना इन्होंने की थी, उसको देखकर उन्हें लाने के लिए विशेष टीम बनाई गई थी. आज साढ़े 12 बजे एक सूचना के आधार पर कुछ लोगों को इंटरसेप्ट किया गया. इस दौरान दोनों तरफ से गोली चली. ऑपरेशन में हमारी एसटीएफ की टीम थी. इस मुठभेड़ में 24 फरवरी के दो अभियुक्त घायल हुए, उनकी मौत हो गई. मरने वालों में असद और गुलाम हैं.
प्रशांत कुमार ने बताया कि पूरे ऑपरेशन को एसटीएफ की टीम ने अंजाम दिया. अभियुक्तों के पास से अत्याधुनिक विदेशी हथियार मिले हैं. हमारी टीम में जो लोग शामिल थे, उसका नेतृत्व डीएसपी नवेंदु कुमार ने किया. 5 मुख्य आरक्षी और दो कमांडो भी शामिल रहे ऑपरेशन में. आगे भी अपराध और अपराधियों के प्रति जो शासन के निर्देश हैं, उसका अनुपालन हमारी एसटीएफ और पुलिस करेगी.
प्रशांत कुमार ने कहा कि समय-समय पर यूपी पुलिस की जो भी उपलब्धियां होंगी, वो आपके साथ हम साझा करेंगे और मैं व्यक्तिगत रूप से एसटीएफ के साथी, जिन्होंने कठिन परिस्थितयों में एक अच्छे ऑपरेशन को अंजाम दिया, वो बधाई के पात्र हैं. 2017 से अब तक पुलिस मुठभेड़ में 183 बदमाश मारे जा चुके हैं और इस दौरान हमारे 13 पुलिसकर्मी भी शहीद हुए हैं.