नई दिल्ली
बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने गुरुवार को सीपीआई (एम) महासचिव सीताराम येचुरी और सीपीआई नेता डी. राजा सहित अन्य नेताओं से मुलाकात की। सीपीआई (एम) महासचिव सीताराम येचुरी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारी पार्टी और वामपंथियों का हमेशा मानना रहा है कि धर्मनिरपेक्ष सोच, जनवादी पार्टियां सबको एकजुट होने की जरूरत है। आज अपने देश और संविधान एवं जनतंत्र को बचाना है। इसके लिए भाजपा और केंद्र की मौजूदा सरकार को हराने की जरूरत है। हमारा मूल मकसद भाजपा विरोधी वोटों के बिखराव को रोकना है। इसके लिए सभी दलों के एक साथ आने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द सभी दलों की साझा बैठक होगी। उसके बाद सारी रुपरेखा तय की जाएगी।
उन्होंने कहा, हमें आज संविधान को बचाना है और उसके लिए हमें 2024 के चुनाव में बीजेपी को हराना है। अन्य राजनीतिक दलों से भी बातचीत चल रही है.. जो मोर्चा बनने जा रहा है, वह चुनाव के बाद भी रहेगा।
वहीं येचुरी ने ट्वीट कर कहा, जदयू अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ भारतीय गणतंत्र, संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक दलों को एकजुट करने के प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए चर्चा की। भाजपा और मोदी सरकार द्वारा इन पर गंभीर हमला किया गया है हम भारत और लोगों की आजीविका बचाने के लिए भाजपा को हराएं।
वहीं सीटों के बंटवारे के फार्मूले पर सीताराम येचुरी ने कहा कि राज्यों की परिस्थितियों के अनुसार सीपीएम द्वारा राजनीतिक गठबंधन तय किया जाएगा। अलग अलग राज्यों में वहां की राजनीतिक स्थिति के अनुसार सीटों का बंटवारा होगा। केरल का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि वहां भाजपा की कोई पकड़ नहीं है। वहां कांग्रेस और वामदलों में मुकाबला होता है लेकिन जिन राज्यों में भाजपा से लड़ना है वहां के लिए विपक्षी दल सीटों पर तालमेल करेंगे।
गौरतलब है कि 'मिशन 2024' के तहत विपक्षी एकजुटता को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पिछले दो दिनों से दिल्ली में अन्य दलों के नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। नीतीश कुमार ने बुधवार को राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भी मुलाकात की थी।
वहीं गुरुवार को उन्होंने वाम दलों को समेटने के लिए सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी और सीपीआई के महासचिव डी. राजा से मुलाकात की। इस दौरान उनके साथ जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और बिहार सरकार में मंत्री विजय चौधरी भी मौजूद थे। बताया जा रहा है कि नीतीश आगे कुछ अन्य दलों के नेताओं से भी मिल सकते हैं।