इस्लामाबाद
भारत ने 25 साल में पहली बार परमाणु हथियारों के मामले में पाकिस्तान को पीछे कर दिया है। स्वीडन की नामचीन संस्था सिप्री की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक भारत के पास अब 172 परमाणु बम है, वहीं पाकिस्तान के पास 170 हैं। सिप्री की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि चीन ने पहली बार अपने परमाणु बमों को ऑपरेशनल हाई अलर्ट पर कर दिया है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ने साल 2023 में अपने परमाणु हथियारों के जखीरे को 8 की संख्या में बढ़ाया है। सिप्री ने कहा कि भारत और पाकिस्तान दोनों ने साल 2023 में नये तरीके के न्यूक्लियर डिलिवरी सिस्टम का विकास करना जारी रखा हुआ है। पाकिस्तान का सबसे ज्यादा फोकस भारत के परमाणु प्रतिरोधक क्षमता पर है। वहीं भारत चीन को निशाना बनाने के लिए लंबी दूरी तक मार करने वाले हथियारों पर काम कर रहा है। भारत अभी भले ही पाकिस्तान से आगे निकल गया हो लेकिन पाकिस्तान कंगाली के बाद भी परमाणु हथियारों को लेकर बड़ी योजना पर काम कर रहा है। आइए समझते हैं…
पाकिस्तान ने साल 2023 में 1 अरब डॉलर केवल परमाणु हथियारों और उनके डिलिवरी सिस्टम को बनाने पर खर्च किया है। अमेरिका के शीर्ष परमाणु वैज्ञानिकों को मानना है कि पाकिस्तान के पास भले ही अभी 170 परमाणु बम ही हो लेकिन जिस तेजी से वह इसे बढ़ाने पर काम कर रहा है, साल 2025 तक वह इसे बढ़ाकर 200 तक करने की तैयारी कर रहा है। उन्होंने ओपन सोर्स मटीरियल, सैटलाइट तस्वीरों और अन्य स्रोतों से यह जानकारी दी है। बुलेटिन ऑफ द अटामिक साइंटिस्ट की साल 2023 में आई रिपोर्ट में अमेरिकी परमाणु वैज्ञानिकों ने पाकिस्तान को लेकर बड़ी चेतावनी दी थी।
पाकिस्तान ने अमेरिकी अनुमान को फेल किया
अमेरिकी वैज्ञानिकों ने कहा था, 'हमारा आकलन है कि पाकिस्तान के पास अब 170 परमाणु बमों का जखीरा है। अमेरिका की डिफेंस इंटेलिजेंस एजेंसी का साल 1999 में अनुमान था कि पाकिस्तान के पास साल 2020 तक 60 से 80 परमाणु बम होंगे लेकिन तब से लेकर अब तक कई नई हथियार प्रणालियों को शामिल किया गया है जिससे अब परमाणु बमों का आंकड़ा अब बढ़ गया है।' फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट ने कहा कि हमारा यह आंकलन अनिश्चितता पर आधारित है क्योंकि पाकिस्तान या अन्य देशों ने परमाणु हथियारों को लेकर इस सूचना को प्रकाशित नहीं किया है।
दुनिया में किसके पास कितने परमाणु बम
न्यूक्लियर नोटबुक के नाम से आई रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान परमाणु बमों को दागने के लिए कई नये डिलिवरी सिस्टम को बना रहा है। पाकिस्तान के पास 4 प्लूटोनियम प्रॉडक्शन रिएक्टर हैं और वह अपने यूरेनियम संवर्द्धन इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार कर रहा है। इससे आने वाले कई वर्षों तक पाकिस्तान का परमाणु जखीरा तेजी से बढ़ता रहेगा। वैज्ञानिकों ने कहा, 'पाकिस्तान के परमाणु बमों की संख्या में यह बढ़ोत्तरी कई फैक्टर्स पर निर्भर करेगी। इसमें पाकिस्तान परमाणु बम लॉन्च करने वाले लांचर को तैनात करने की योजना बना रहा है, उसकी परमाणु रणनीति किस दिशा में आगे बढ़ती है और भारत अपनी परमाणु ताकत को किस तरह से बढ़ाता है।'
मिराज फाइटर जेट, गौरी मिसाइल से लैस है पाकिस्तान
अमेरिकी वैज्ञानिकों ने कहा, 'हमारा अनुमान है कि पाकिस्तान का परमाणु जखीरा इसी तरह से बढ़ता रहा तो साल 2025 तक 200 तक पहुंच सकता है।' उन्होंने कहा कि हमारा अनुमान है कि अभी पाकिस्तान इतनी परमाणु सामग्री बना रहा है जिससे हर साल 14 से 27 नए परमाणु बम बनाए जा सकते हैं। पाकिस्तान के पास 36 ऐसे फाइटर जेट हैं जिससे परमाणु बम गिराया जा सकता है। इसमें मिराज III/IV और जेएफ 17 फाइटर जेट शामिल हैं। इसके अलावा पाकिस्तान के पास अब्दाली, गजनवी, शाहीन, गौरी और नस्र जैसी परमाणु मिसाइले हैं। पाकिस्तान इससे 2700 किमी दूरी तक भारतीय ठिकानों पर परमाण हमला करने की क्षमता रखता है। पाकिस्तान अबाबील मिसाइल बना रहा है जो कई परमाणु बम एक साथ ले जा सकती है। भारत ने हाल ही में इस तकनीक से लैस अग्नि मिसाइल का परीक्षण किया था। पाकिस्तान समुद्र से लांच किए जाने वाली बाबर परमाणु मिसाइल भी बना रहा है। इन मिसाइलों और परमाणु कार्यक्रम को चलाने में पाकिस्तान को चीन की पूरी मदद मिल रही है।