भोपाल
राइट टू एजूकेशन (आरटीई) के तहत आवंटित स्कूलों में करीब 16 हजार विद्यार्थियों ने अपनी सीट छोड़ दी है, जिसमें भोपाल के करीब दो हजार विद्यार्थी शामिल हैं। आखिरी दिन तक करीब 85 हजार विद्यार्थियों ने अपने आवंटित स्कूलों में एडमिशन लिया है।
राज्य शिक्षा केद्र (आरएसके) ने 28 मार्च को लॉटरी के माध्यम से एक लाख एक हजार लाख विद्यार्थियों को निजी स्कूलों की 25 फीसदी सीटें आवंटित की गई थीं। इसमें से 85 हजार से अधिक विद्यार्थियों ने एडमिशन लिया है। 16 हजार विद्यार्थियों को स्कूल पसंद नहीं आए हैं। लॉटरी में 85 हजार 336 बच्चों को उनकी पहली पसंद के, 8 हजार 806 को द्वितीय पसंद के और 4 हजार 212 को उनकी तीसरी पसंद के स्कूलों में प्रवेश मिला है।
वहीं भोपाल के आठ हजार 296 बच्चों को स्कूल आवंटित किया था। इनमें चार हजार 132 लड़के और चार हजार 164 लड़कियां शामिल हैं। इनमें से छ हजार 289 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है। हालांकि सप्ताह में तीन छुट्टी (महावीर जंयती, गुडफ्राइडे, रविवार) पड़ने के कारण अब तक आधे छात्रों को भी एडमिशन नहीं हो सका है। अभिभावकों ने राज्य शिक्षा केंद्र से एडमिशन की तारीख बढ़ाने की मांग की है।
1.15 लाख स्टूडेंट्स मिले थे पात्र
राज्य शिक्षा केंद्र के संचालक धनराजू एस ने बताया कि, इस वर्ष 1 लाख 34 हजार 851 बच्चों द्वारा आनलाइन आवेदन किये थे। जिसमें से दस्तावेज सत्यापन उपरांत आनलाइन लॉटरी हेतु, 1 लाख 15 हजार 593 बच्चे पात्र हुए हैं। आनलाइन लॉटरी में शामिल किया गया था। आनलाईन लॉटरी के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न प्रायवेट स्कूलों में, नर्सरी कक्षा में 59 हजार 75, केजी-1 में 30 हजार 197, केजी-2 में 1 हजार 698 तथा कक्षा-1 में 10 हजार 249 बच्चों को नि:शुल्क प्रवेश प्राप्त हुआ है।