नई दिल्ली
रूस के साथ युद्ध के बीच यूक्रेन अब भारत से बड़ी आस लगा रहा है। उप विदेश मंत्री एमीन जारापोवा के दौरे के बीच अब राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने भी भारत से और मानवीय सहायता मांगी है। खबर है कि उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भी लिखा है। मंगलवार को ही भारत ने यूक्रेन को ज्यादा मानवीय सहायता देने का वादा किया था।
खास बात है कि भारत पहले भी युद्ध ग्रस्त यूक्रेन को मानवीय सहायता प्रदान कर चुका है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने फरवरी 2022 में यूक्रेन के खिलाफ सैन्य कार्रवाई का ऐलान कर दिया था। एक साल से ज्यादा समय गुजरने के बाद भी अब तक दोनों देशों के बीच हालात सामान्य होने के आसार नहीं हैं। कहा जा रहा है कि यूक्रेन में इंफ्रास्ट्रक्चर को खासा नुकसान हुआ है।
मंगलवार को केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी और यूक्रेन की उप विदेश मंत्री जारापोवा के बीच बैठक हुई। इस दौरान दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों और वैश्विक हितों के मुद्दों पर बात की। चर्चा के बाद लेखी ने ट्वीट किया, 'पीएम मोदी ने कहा था यह युद्ध का समय नहीं है। यूक्रेन के पहली उप विदेश मंत्री एमीन जारापोवा से मिलकर खुशी हुई।'
उन्होंने आगे बताया, 'साझा हितों के द्विपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर बात की गई। चर्चा में सांस्कृतिक जुड़ाव और महिला सशक्तिकरण भी शामिल रहा। यूक्रेन को और ज्यादा मानवीय सहायता देने का आश्वासन दिया गया है।' जारापोवा सोमवार को चार दिवसीय दौरे पर नई दिल्ली पहुंची थीं। दौरे पर वह रूस के खिलाफ भारत का समर्थन हासिल करने की कोशिश कर रही हैं।