जिला अस्पतालों में दवा की नहीं होगी कमी, खरीदारी के लिए स्वास्थ्य विभाग ने दी 24 करोड़ की स्वीकृति
त्रिपुरा के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के लिए इलेक्ट्रॉनिक उपस्थिति प्रणाली को लागू किया जाएगा
छेड़छाड़ मामला : पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने दो मई के सीसीटीवी फुटेज आम लोगों को दिखाए
रांची,
राज्य में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से विभाग काम कर रहा है. बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए राशि भी उपलब्ध कराई जा रही है. इस कड़ी में 2024-25 में राज्य योजना अन्तर्गत स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग, झारखण्ड के अन्तर्गत विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में दवा की आपूर्ति के लिए 24 करोड़ रुपए की योजना की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गई है. यह एक चालू योजना है. इसकी स्वीकृति मंत्रिमण्डल सचिवालय एवं निगरानी विभाग, झारखण्ड के आलोक में दी गई है. संबंधित जिले के सिविल सर्जन द्वारा झारखण्ड मेडिकल एण्ड हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेन्ट एण्ड प्रोक्यूरमेन्ट कॉरपोरेशन लिमिटेड, नामकुम, रांची के स्तर से किये गए रेट कांट्रैक्ट के आधार पर सूचीबद्ध कंपनियों से दवा की खरीदारी की जाएगी.
वहीं रेट कांट्रैक्ट में वर्णित सभी शर्ते यथावत् रहेगी. वहीं जो दवाएं इस सूची से बाहर है, उसका क्रय नियमानुसार जेम पोर्टल के माध्यम से किया जाएगा. संबंधित जिले के सिविल सर्जन द्वारा वास्तविक आवश्यकतानुसार दवा की खरीदारी की जाएगी. निदेशक प्रमुख, स्वास्थ्य सेवाएं झारखण्ड और जिलों के सिविल सर्जन सुनिश्चित करेंगे कि बिना जरूरत की दवाएं न खरीदी जाए. इतना ही नहीं सिविल सर्जन के द्वारा खरीदी जा रही दवाओं की लॉगबुक बनाई जाएगी. आने वाले दिनों में इस व्यवस्था को ऑन लाईन भी स्थापित किया जाएगा.
त्रिपुरा के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के लिए इलेक्ट्रॉनिक उपस्थिति प्रणाली को लागू किया जाएगा
अगरतला
त्रिपुरा के सभी सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति दर्ज करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक उपस्थिति प्रणाली लागू की जाएगी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि शिक्षकों की उपस्थिति रिकॉर्ड में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से इस प्रणाली को अपनाया जाएगा।
स्कूल शिक्षा के विशेष अधिकारी (ओएसडी) अभिजीत समाजपति ने कहा, ”राज्य सरकार पहले ही नागरिक सचिवालय सहित कुछ कार्यालयों में ई-उपस्थिति प्रणाली शुरू कर चुकी है। अब इसे स्कूलों में भी लागू किया जाएगा।”
समाजपति ने कहा कि शिक्षकों के ई-उपस्थिति प्रणाली लागू किए जाने के छह महीने बाद इसे छात्रों के लिए भी अपनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि ई-उपस्थिति प्रणाली का उपयोग करने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
समाजपति ने कहा, ”एक बार जब यह शिक्षकों और छात्रों के लिए सफलतापूर्वक लागू हो जाएगा, तो हम ‘जियो-टैगिंग’ को भी इससे जोड़ देंगे… पूरी प्रणाली डिजिटल हो जाएगी।” आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, त्रिपुरा के 2,640 सरकारी स्कूलों में कुल 25,064 शिक्षक 4,76,609 छात्रों को पढ़ाते हैं।
छेड़छाड़ मामला : पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने दो मई के सीसीटीवी फुटेज आम लोगों को दिखाए
कोलकाता
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी वी आनंद बोस पर राजभवन की एक महिला कर्मचारी की ओर से छेड़छाड़ का आरोप लगाये जाने के बाद राज्यपाल ने कम से कम 100 लोगों को परिसर से जुड़े दो मई के सीसीटीवी फुटेज दिखाए।
लोगों को दो मई की शाम पांच बज कर 30 मिनट के बाद के फुटेज राजभवन के भूतल में एक बड़े कक्ष में दिखाए जा रहे हैं। ये फुटेज मुख्य (उत्तरी) गेट पर लगे दो सीसीटीवी कैमरों से लिए गए हैं।
राजभवन की एक संविदा महिला कर्मचारी ने गत शुक्रवार को कोलकाता पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि बोस ने राज्यपाल आवास में उसके साथ छेड़छाड़ की थी।
बोस ने बुधवार को कहा था कि वह ‘‘राजनीतिक नेता’’ ममता बनर्जी और “उनकी पुलिस” को छोड़कर 100 लोगों को संबंधित सीसीटीवी फुटेज दिखाएंगे।