सहारनपुर
उत्तर प्रदेश में सहारनपुर से कांग्रेस प्रत्याशी इमरान मसूद (Congress candidate Imran Masood) ने एक सभा में कहा कि अगर भाजपा दोबारा आ गई तो सबसे पहले इलाज तुम्हारा और मेरा होना है, याद रखना. इस टिप्पणी का वीडियो वायरल होते ही भाजपा के लखनऊ मुख्यालय ने इमरान मसूद के बयान को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत की है.
बता दें कि इमरान मसूद (Imran Masood) का चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में इमरान मसूद बोलते नजर आ रहे हैं कि मैं सिर्फ इतनी बात कह रहा हूं कि यह चुनाव इमरान को जिताने हराने का नहीं है, यह चुनाव अपने आप को बचाने का है.
इमरान मसूद ने आगे कहा कि अगर भाजपा दोबारा आ गई तो सबसे पहले इलाज तुम्हारा और मेरा होना है, याद रख लेना. जितनी मजबूत आवाजें हैं, सारी खामोश ऐसे ही नहीं की जा रहीं, कोई बोलने वाला न बचे, ऐसी साजिश हो रही है.
भाजपा ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर की शिकायत
इमरान मसूद का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो भाजपा के लखनऊ मुख्यालय ने इमरान के बयान को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत की. शिकायत दर्ज कराते हुए भाजपा ने पत्र में लिखा है कि सहारनपुर कांग्रेस के प्रत्याशी इमरान मसूद ने अपनी जनसभा में वर्ग विशेष को भड़काया है.
इमरान मसूद एक वर्ग विशेष में डर का माहौल पैदा कर उन्हें अन्य वर्ग से लड़वाने के लिए उत्तेजित कर रहे हैं. हिंसा के द्वारा चुनाव को प्रभावित करने का प्रयास कर रहे हैं, जो कि आदर्श आचार संहिता का घोर उल्लंघन है.
वायरल वीडियो को लेकर इमरान मसूद ने क्या कहा?
टिप्पणी को लेकर जो वीडियो वायरल हुआ, उसको लेकर इमरान मसूद ने कहा कि अरे भाई डर लगता है यार, अब डरना भी मना हो गया क्या देश के अंदर. इन्होंने मार मार के सबका भुस भर दिया. चीफ मिनिस्टर को उठाकर यह बंद कर देते हैं तो डरना भी मना हो गया क्या. डर निकाल दो, हम तो चाह रहे भाई कि तुम डर निकाल दो, हमें डर न रहे. हमें डर लग रहा है. भाजपा द्वारा चुनाव आयोग से की गई शिकायत पर इमरान ने कहा कि भाजपा के पास कोई रास्ता नहीं है. उल्टी सीधी हरकतों पर उतर आए हैं.
इमरान मसूद ने कहा कि कोई मुझे प्रेम से बुलाएगा तो मैं जाऊंगा और मैं पहली बार थोड़ी न गया हूं. मैं सब जगह जाता हूं. इमरान ने कहा कि हिंदू समाज का मुझे समर्थन मिल रहा है. जब उन्हें पता चल रहा है कि लोग मेरे साथ चल रहे हैं. यह तो राम की कृपा मुझ पर बरस रही है तो उनको क्यों परेशानी हो रही है.
सहारनपुर से भाजपा ने किसे उतारा?
यहां से इंडिया गठबंधन ने इमरान मसूद को तो बीजेपी ने राघवलखन पाल को मैदान में उतारा है. सहारनपुर लोकसभा सीट का सफर बहुत दिलचस्प रहा है. यह सीट कई मायनों में सभी राजनीतिक दलों के लिए अहम मानी जाती है. सहारनपुर सीट पर सबसे पहला लोकसभा चुनाव 1952 में हुआ था और तभी से यह सीट कांग्रेस का गढ़ बन गई.
साल 1952 से लेकर 1977 तक इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा रहा था. 1977 में इमरजेंसी के बाद हुए चुनाव से लेकर 1996 तक इस सीट पर जनता दल या जनता पार्टी का कब्जा रहा. दो बार की हार के बाद 1984 के चुनाव में कांग्रेस ने एक बार फिर यहां बाजी मारी थी.
सहारनपुर में इस बार पुराना राजनीतिक परिदृश्य फिर से जीवंत होने वाला है, क्योंकि एक समय के प्रतिद्वंद्वी रहे भाजपा के राघव लखनपाल शर्मा और अब इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार इमरान मसूद एक बार फिर से सहारनपुर की चुनावी दौड़ में विपरीत छोर पर खड़े हैं. बसपा ने रणनीतिक कदम उठाते हुए अपने मौजूदा सांसद को टिकट नहीं दिया है और मुस्लिम व दलित वोट बैंक को सुरक्षित करने की उम्मीद में एक स्थानीय मुस्लिम चेहरे माजिद अली को चुना है.
पहले चरण में कहां कितनी सीटों पर होगी वोटिंग
बता दें कि लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को होगा. पहले फेज में 102 सीटों पर वोटिंग होगी. ये निर्वाचन क्षेत्र 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के अंतर्गत आते हैं. इनमें से अधिकांश सीटें तमिलनाडु (39) में हैं, जबकि राजस्थान की 12 सीटों पर, उत्तर प्रदेश की 8 सीटों पर, मध्य प्रदेश की 6, असम की 5, उत्तराखंड की 5 और महाराष्ट्र की 5 सीटों पर पहले चरण में वोटिंग होगी.