पंजाब
पंजाब के लुधियाना में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ईद की नमाज पर फिलिस्तीन के लिए भी दुआ की। यही नहीं इस मौके पर बड़ी संख्या में लोग फिलिस्तीन के झंडे भी लेकर आए और लहराते दिखे। लुधियाना के फील्डगंज स्थित जामा मस्जिद का एक पुराना इतिहास रहा है और स्वतंत्रता संग्राम से भी इसका ताल्लुक रहा है। बीते साल भी यहां से करीब 2 लाख लोगों की परेड फिलिस्तीन के समर्थन में निकाली गई थी। ईद की नमाज के बाद बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने सड़कों पर उतरकर इजरायल के खिलाफ प्रदर्शन किया। इनके हाथों में इजरायल के खिलाफ लिखे नारों वाले पोस्टर भी थे।
ईद की नमाज के बाद लोगों को संबोधित करते हुए पंजाब के शाही इमाम मौलाना उस्मान रहमानी लुधियानवी ने कहा कि हम इस मौके पर उन लोगों को नहीं भूल सकते, जिन्हें इजरायली हमलों में जान गंवानी पड़ी। उन्होंने कहा कि फिलिस्तीन में इजरायल की ज्यादतियों को भुलाया नहीं जा सकता। इजरायल का हर कदम अमानवीय और अवैध है। लेकिन यह हमारी जिम्मेदारी है कि आवाज उठाएं और एकजुटता दिखाई जाए। यही नहीं मुस्लिम समुदाय से आह्वान करते हुए मौलाना उस्मान रहमानी ने कहा कि जो कौमें उत्पीड़न के खिलाफ शांत रहती हैं, वे समाप्त हो जाती हैं।
इस दौरान उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी से यह अपील भी की कि भारत सरकार को फिलिस्तीनियों की मदद करनी चाहिए। वहां बड़ी संख्या में लोग घायल हैं और बच्चों को भी निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लाखों मुसलमान दर-बदर की ठोकरें खा रहे हैं। अक्टूबर में भी लुधियाना की जामा मस्जिद से फिलिस्तीन के समर्थन में एक महारैली निकाली गई थी। इस रैली में करीब 2 लाख मुसलमानों के शामिल होने का दावा किया गया था। बता दें कि लुधियाना के अलावा अलीगढ़ में भी ईद की नमाज के दौरान बड़ी संख्या में लोग फ्री-फिलिस्तीन के बैनर लेकर पहुंचे और प्रदर्शन किया।