नई दिल्ली
आगामी लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। दरअसल, कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता रोहन गुप्ता और कश्मीर के डॉ जहांजेब सिरवाल ने भी भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है। कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने के बाद दोनों ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की। इस दौरान केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी वहां मौजूद रहे। उन्होंने ने ही रोहन गुप्ता को पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई। इसके अलावा कश्मीर से डॉ. जहानजैब सिरवाल, पंजाब से पूर्व आईएएस प्रेम पाल कौर और उनके पति गुरदीप सिंह मालूका ने भी बीजेपी जॉइन की है.
रोहन गुप्ता ने कांग्रेस पर ‘अपमान’ और ‘चरित्र हनन’ का आरोप लगाते हुए पिछले महीने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और पार्टी महासचिव विनोद तावड़े की मौजूदगी में गुप्ता ने भाजपा में शामिल हो गए।
कांग्रेस ने अहमदाबाद पूर्व से दी थी रोहन गुप्ता को टिकट
कांग्रेस ने रोहन को अहमदाबाद पूर्व लोकसभा सीट से टिकट दिया था लेकिन उन्होंने अपने पिता की खराब सेहत का हवाला देते हुए अपना नाम वापस ले लिया था। इसके कुछ दिनों बाद उन्होंने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी। पिछले दिनों कांग्रेस के एक और प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने भी भाजपा का दामन थाम लिया था।
विनोद तावड़े ने कहा, रोहन गुप्ता ने कांग्रेस में कई बड़ी जिम्मेदारियां संभाली हैं, बीजेपी में हम आने वाले दिनों में उनके स्किल का उपयोग कर पाएंगे. जहानजैब शेरवाल जी कश्मीर से आते हैं. वे कांग्रेस की यूथ विंग में रहे हैं. उनका स्वागत करते हैं. उन्होंने संगठन में रहकर कई बड़ी जिम्मेदारियां संभाली. तावड़े ने कहा, प्रेम पाल कौर आईएएस अफसर रही हैं. उन्होंने पंजाब में प्रशासनिक सेवा में अच्छा योगदान दिया है. वो पंजाब के नेता सिकंदर सिंह मलूका की बहू हैं. उनके साथ भठिंडा के चेयरमैन और प्रेम पाल के पति गुरदीप सिंह ने भी बीजेपी जॉइन की है. इन दोनों नेताओं के आने से पंजाब में बीजेपी को नई ताकत मिलेगी. पंजाब में उनके योगदान का बीजेपी को फायदा मिलेगा. उन्होंने सिविल सर्विस छोड़कर बीजेपी में आने का बड़ा कदम उठाया है.
'बीजेपी के राष्ट्रसेवा के आंदोलन से जुड़ा हूं'
डॉ. जहानजैब सिरवाल ने कहा कि पीएम मोदी ने आज कश्मीर की नई तस्वीर देश और दुनिया को दिखाई है. कश्मीर में पहले राजनीतिक दल कम, पॉलिटिकल ब्रोकर हुआ करते थे. बीजेपी ने इस पर अंकुश लगाने का काम किया है. विपक्ष को आज बीजेपी से सीखने की जरूरत है. मेरी नजर में बीजेपी एक राजनीतिक दल या विचारधारा नहीं है, बल्कि राष्ट्रसेवा का एक आंदोलन है. मैं एक सिपाही बनकर आजीवन काम करता रहूंगा.
'राम मंदिर पर चुप रहने के लिए कहा गया'
रोहन गुप्ता ने कहा, आज बीजेपी में आकर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं. मैं देश के प्रति कुछ काम करने की भावना लेकर आया हूं. मैं राष्ट्र निर्माण के लिए दिल से काम करूंगा. मेरे पिता 40 साल से कांग्रेस में थे. मैं 15 साल से कांग्रेस में रहा. कोई लालच से पार्टी नहीं छोड़ता. बात जब स्वाभिमान की आती है तो निर्णय लेना पड़ता है. मैं खुद बिजनेसमैन रहा हूं. राष्ट्रवाद की बात हो या सनातन धर्म की बात हो. इन दोनों मुद्दों से कांग्रेस पार्टी भटक गई है. पिछले डेढ़-दो साल से पार्टी मुद्दे से दिशाविहीन हो गई है. कांग्रेस में संचार विभाग के एक नेता हैं, जिनके नाम में राम हैं. लेकिन मुझसे कहते हैं कि राम मंदिर के मुद्दे पर चुप रहिए. हर चीज में आपके विरोधाभास रहेगा तो कौन आप पर भरोसा करेगा. अब बीजेपी जो जिम्मेदारी देगी, उसे दिल से पूरा करेंगे.
'कांग्रेस का टिकट ठुकरा कर चर्चा में आए थे रोहन गुप्ता'
इससे पहले रोहन गुप्ता ने 21 मार्च को दावा किया था कि उन्होंने अपने पिता के आग्रह पर अहमदाबाद (पूर्व) लोकसभा सीट से अपनी उम्मीदवारी वापस लेने का फैसला किया है. गुप्ता का दावा था कि मेरे पिता को पैनिक अटैक आया था और उन्हें तत्काल अस्पताल ले जाया गया. लेकिन वहां उन्होंने आईसीयू में शिफ्ट होने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि जब तक कि मेरी बात नहीं मानोगे, तब तक इलाज नहीं करवाएंगे. रोहन का कहना है कि मैं अपने पिता के आग्रह पर चुनाव मैदान से हट गया.
तावड़े ने कहा, आज फिर बीजेपी में पीएम मोदी की विकसित भारत की यात्रा ताकतवर यात्री जुड़े हैं. मैं विपक्ष से पूछना चाहता हूं कि कैंपेन का जो स्तर है, वो लगातार गिरता जा रहा है. बस्तर में जो बयान दिया गया है, वो शर्मनाक है. वहीं, लालू जी की बिटिया कह रही हैं कि मैं मोदीजी को जेल में डालूंगी. जबकि देश तो भ्रष्टाचारियों को जेल में देखना चाहता है.