कबीरधाम.
कबीरधाम जिले के सतपुड़ा पर्वत की मैकल पहाड़ी श्रृखलाओं से घिरे सुरम्यवादियों में स्थित ऐतिहासिक भोरमदेव मंदिर के प्रांगण में वर्षों से आयोजित हो रहे। इस साल का दो दिवसीय भोरमदेव महोत्सव का रविवार देर रात समापन हो गया। पहले दिन शनिवार को बैगा नृत्य, फाग गीत, छत्तीसगढ़ी लोककला के साथ स्कूली बच्चों ने मनमोहक प्रस्तुति दी।
दूसरे दिन रविवार को बॉलीवुड व छालीवुड के सुप्रसिद्ध कलाकारों ने शानदार प्रस्तुति दी। इसमें सारेगामापा विजेता सिंगर इशिता विश्वकर्मा व उनकी पूरी टीम की सुपर-हिट गीत संगीत से महोत्सव का मंच सजाया। इसी प्रकार छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध कलाकार नितिन दुबे ने छत्तीसगढ़ की संस्कृति सहित सुपर डुपर गानों की शानदार प्रस्तुति दी। उनका कार्यक्रम देर रात 12 बजे तक चला। इस बार लोकसभा चुनाव होने के कारण आचार संहिता लागू थी। ऐसे में आयोजन सामान्य रहा। नेताओं को मंच में जगह नहीं दी गई। बता दें कि इस महोत्सव में राज्य के सीएम समेत उनके मंत्रिमंडल तक शामिल होते थे। वहीं इस आयोजन को लेकर जिला प्रशासन ने इलेक्शन कमीशन से अनुमति भी मांगी थी। इलेक्शन कमीशन ने कुछ शर्तो पर आयोजन कराने अनुमति दी थी। यह 28वां भोरमदेव महोत्सव था।
मंदिर में विशेष पूजा अर्चना की गई
भोरमदेव में छत्तीसगढ़ का प्रसिद्ध शिव मंदिर है। इस मंदिर को राज्य का खजुराहों भी कहा जाता है। मंदिर में महोत्सव के पहले दिन प्रातः काल बाबा भोरमदेव (भगवान शिव) का महाभिषेक, एक हजार नामों से सहर्षाचन, रूद्राभिषेक, विशेष श्रृंगार आरती की गई। मंदिर के पुजारी ने बताया कि भोरमेदव मंदिर में प्रत्येक वर्ष होली के बाद तेरस और चौदस को बाबा भोरमदेव के लिए विशेष दिन रहता है। तेरस के दिन मंदिर में विशेष अनुष्ठान और दिव्य श्रृंगार सहित अनेक धार्मिक अनुष्ठान किए जाते हैं। प्राचीन काल से मंदिर के समीप स्थानीय मेले का आयोजन भी होता है, जो समय के साथ-साथ स्थानीय मेला अब महोत्सव का स्वरूप ले लिया है। बीते दो दिन में मंदिर में भगवान शिव का विशेष अनुष्ठान और दिव्य श्रृंगार सहित अनेक धार्मिक अनुष्ठान किए गए। इस आयोजन में लाखों की संख्या में लोग शामिल होते हैं।