थायरॉइड एक तरह की हार्मोनल ग्लैंड है, जो गले के ठीक सामने की ओर, तितली के शेप में होती है। यह ग्रंथि शरीर के मेटाबॉलिक प्रक्रियाओं को नियंत्रित करती है। यह थायरॉइड हार्मोन ; T3 और T4 उत्पादित करती है, जो शरीर में ऊर्जा स्तर, ऊर्जा का उपयोग और अन्य शारीरिक कार्यों को नियंत्रित करते हैं।
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन की एक रिपोर्ट के अनुसार यह ग्रंथि आयोडीन का इस्तेमाल कर कई जरूरी हार्मोन भी पैदा करती है। थायरॉक्सिन एक ऐसा ही प्रमुख हार्मोन इस ग्रंथि द्वारा बनाया जाता है। इसमें आई गड़बड़ी आपके बॉडी फंक्शन सहित हृदय, मांसपेशियों, हड्डियों और कोलेस्ट्रॉल को भी प्रभावित करती है।
थायराइड को साइलेंट किलर भी कहा जाता है। समय रहते इसका इलाज बहुत जरूरी है। कुछ एक्सरसाइज से भी आप इस समस्या को कंट्रोल में रख सकते हैं। इस समस्या से बचने के लिए निम्नलिखित एक्सरसाइज की जा सकती है।
मेडिटेशन
एंग्जाइटी के शिकार लोगों में हाइपोथायरॉइड की संभावना बढ़ जाती है। क्योंकि तनाव और एंग्जाइटी का मुख्य लक्षण है बहुत अधिक खाना भी। बहुत से लोग तनाव में ज्यादा खाना खाते हैं, जिससे वजन बढ़ने का खतरा होता है। तो ऐसे में मेडिटेशन या योग करना फायदेमंद साबित हो सकता है। मानसिक शांति को बढ़ाने के लिए मेडिटेशन किया जाता है।
योग और प्राणायाम
योग और प्राणायाम थायरॉइड समस्याओं के उपचार के लिए बहुत उपयुक्त माने जाते हैं। इसे नियमित रूप से करने से थायरॉइड ग्रंथि के संतुलन को संतुलित करने में मदद मिलती है।योग में भी सांस पर ध्यान केंद्रित करने वाली एक्सरसाइज ज्यादा करें। यह आपको अधिक ऑक्सीजन लेने में और अधिक कार्बन डाइऑक्साइड बाहर निकलने में मदद भी करेगा। योग आपकी ऊर्जा को बढ़ाता है साथ ही तनाव दूर कर सकता है।
वॉकिंग
थायरॉइड को ठीक करने के लिए वॉक सबसे आसान एक्सरसाइज है। इसे रोज करने के आप कई स्वास्थ्य लाभों को उठा सकते हैं। यह मोटापे को भी कम करता है, जो थायराइड का एक प्रमुख लक्षण है। अंडरएक्टिव थायरॉइड से भी वजन बढ़ने का खतरा हो सकता है। तो ऐसे में वॉकिंग सबसे अच्छा व्यायाम मन जाता है।
ताई ची
बहुत कम लोगों को इसके बारे में पता है। यह एक ऐसा व्यायाम है, जिससे आप चलते हुए, साथ ही ध्यान भी करते रहते हैं। ये एक मार्शल आर्ट का प्रकार हैं। यह व्यायाम तनाव को दूर करने में मदद करता है।
स्ट्रेंथ ट्रेनिंग
स्ट्रेंथ ट्रेनिंग एक्सरसाइज आपके पूरे शरीर के लिए अच्छी है। यह आपकी मांसपेशियों के निर्माण और वजन घटाने के साथ थायरॉइड हार्मोन को भी कंट्रोल में रखने में मदद करेगी। स्ट्रेंथ ट्रेनिंग से इम्यून सिस्टम में भी सुधार आता है।