हर साल मार्च के दूसरे गुरुवार को वर्ल्ड किडनी डे (World Kidney Day) मनाया जाता है। इस साल (2024) में यह दिवस 14 मार्च को है। किडनी मानव शरीर के सबसे जरूरी अंगों में एक है जिसका काम खून साफ करना और शरीर के विषाक्त पदार्थ बाहर निकालना है। कई बार इसमें गंदगी भर जाती है, जो इन्हें डैमेज कर सकती है और आपको कई गंभीर बीमारियों का मारीज बना सकती है।
सेब का सिरका
सेब का सिरका किडनियों को स्वस्थ रखता है। इसमें सिट्रिक एसिड होता है जो किडनी की पथरी को घोलने में मदद करता है। सेब का सिरका नियमित रूप से लेने से किडनी से विषाक्त पदार्थ भी बाहर निकल जाते हैं।
नींबू का रस
नींबू का रस प्राकृतिक रूप से अम्लीय होता है और पेशाब में सिट्रेट का लेवल बढ़ाता है, जिससे किडनी की पथरी बनने की संभावना कम हो जाती है। नींबू का रस खून को साफ करता है और शरीर के वेस्ट पदार्थों और अन्य विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है।
तरबूज का रस
तरबूज एक हल्का मूत्रवर्धक (diuretic) होता है। यह किडनी को हाइड्रेट और साफ रखता है। तरबूज में लाइकोपीन भी भरपूर मात्रा में होता है, जो किडनी को ठीक से काम करने में मदद करता है। तरबूज में पोटेशियम की मात्रा भी ज्यादा होती है जो पेशाब की अम्लता को नियमित करती है और पथरी बनने से रोकती है।
अनार का रस
अनार के रस और दानों में भरपूर मात्रा में पोटेशियम होता है, इसलिए ये किडनी की पथरी को निकालने में मददगार होते हैं। पोटेशियम पेशाब की अम्लता को कम करता है, अपने कसैलेपन के कारण पथरी बनने से रोकता है और किडनी से विषाक्त पदार्थों और वेस्ट पदार्थों को बाहर निकालता है।
तुलसी का पानी
तुलसी एक प्रभावी मूत्रवर्धक है। यह किडनी की पथरी को निकालती है और किडनी के कार्य को बेहतर बनाती है। तुलसी के तत्व जैसे एसेंशियल ऑयल और एसिटिक एसिड किडनी की पथरी को तोड़ते हैं और उन्हें आसानी से बाहर निकालने में मदद करते हैं।
सिंहपर्णी की चाय
सूखे हुए जैविक सिंहपर्णी की जड़ का उपयोग करके बनाई गई चाय किडनी को साफ करने में मदद करती है। सिंहपर्णी किडनी के लिए टॉनिक का काम करती है, साथ ही पाचन क्रिया को बेहतर बनाती है।