नई दिल्ली
कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बुधवार को 'नारी न्याय' गारंटी की घोषणा की और कहा कि इससे देश की महिलाओं के लिए समृद्धि का द्वार खुलेगा। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक वीडियो जारी कर और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के दौरान महाराष्ट्र के धुले में 'नारी न्याय' के तहत पांच कदमों की घोषणा की। पार्टी की ओर से घोषित 'नारी न्याय' गारंटी के तहत किए गए प्रमुख वादों में हर साल गरीब परिवार की महिला को एक लाख रुपये देना और केंद्र सरकार की नौकरियों में महिलाओं की 50 प्रतिशत हिस्सेदारी सुनिश्चित करने की बात शामिल है।
खरगे ने एक वीडियो जारी कर कहा, ''कांग्रेस पार्टी आज नारी न्याय गारंटी की घोषणा करती है, इसके तहत कांग्रेस पार्टी महिलाओं के लिए देश में एक नया एजेंडा तय करने जा रही है। 'नारी न्याय' गारंटी के अन्तर्गत कांग्रेस पार्टी 5 घोषणाएं कर रही है।'' उन्होंने कहा कि 'महालक्ष्मी गारंटी' के तहत सभी गरीब परिवार की एक महिला को सालाना एक लाख रुपये की सहायता दी जाएगी तथा 'आधी आबादी -पूरा हक़' के तहत केंद्र सरकार की नियुक्तियों में आधी हिस्सेदारी महिलाओं को मिलेगी। खरगे के अनुसार, 'शक्ति का सम्मान' के तहत आंगनवाड़ी, आशा और मध्याह्न भोजन से संबंधित कर्मियों के मासिक वेतन में केंद्र सरकार का योगदान दोगुना होगा तथा हर पंचायत में महिलाओं को उनके हकों के लिए जागरूक करने और जरूरी मदद के लिए 'अधिकार मैत्री' के रूप में एक क़ानूनी सहायक की नियुक्ति की जाएगी।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि 'सावित्री बाई फुले छात्रावास' के तहत भारत सरकार देश भर में सभी जिला मुख्यालयों में कामकाजी महिलाओं के लिए कम से कम एक छात्रावास बनाएगी और पूरे देश में इन छात्रावासों की संख्या दोगुनी की जाएगी। उन्होंने कहा, ''इसके पहले हमने 'भागीदारी न्याय', 'किसान न्याय' और 'युवा न्याय' घोषित किए हैं। यह कहने की ज़रूरत नहीं कि हमारी गारंटी खोखले वादे और जुमले नहीं होते। हमारा कहा पत्थर की लकीर होती है। यही हमारा अब तक का रिकॉर्ड है, जब हमारे विरोधियों का जन्म हो रहा था तब से हम घोषणापत्र बना रहे हैं और उन घोषणाओं को पूरा कर रहे हैं।'' राहुल गांधी ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर पोस्ट किया, ''नारी शक्ति को मेरा प्रणाम! कांग्रेस आपको 5 ऐसी गारंटी दे रही है जिनसे देश में महिलाओं का जीवन हमेशा के लिए बदल जाएगा…कांग्रेस का लक्ष्य देश की आधी आबादी को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना और बराबरी का प्रतिनिधित्व देना है।'' उनका कहना था, ''ये 5 ऐतिहासिक कदम महिलाओं के लिए 'समृद्धि का द्वार' खोलने जा रहे हैं।''