- सबलता एवं सुयोग्यता नारी सशक्तिकरण की पहचान हैं
- अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस अंतर्गत नारी सम्मान एवं सशक्तिकरण कार्यक्रम संपन्न
डिंडोरी
डिंडोरी जन शिक्षण संस्थान गतिविधियों के अंतर्गत अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस इस वर्ष शिवरात्रि पर्व के कारण यह कार्यक्रम विभिन्न चरणों में संस्थान के संचालित प्रशिक्षण केंद्र में किया गया l इस क्रम में दिनांक 10 मार्च को विकास खंड करंजिया कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास में संचालित केंद्र पर किया गया l संस्थान के निदेशक दिवाकर द्विवेदी ने जन शिक्षण संस्थान के बारे में जानकारी देते हुए आज के आयोजन के संबंध में विस्तार से जानकारी दी l अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि किसी समाज का स्वरूप वहां की नारी की स्थिति पर निर्भर करता है यदि उनकी स्थिति सम्मानजनक है तो घर, समाज एवं देश मजबूत होगा l
महिलाओं की स्थिति को भारतीय संदर्भ में देखें तो हम पाते हैं कि प्राचीन काल में महिलाओं की स्थिति काफी अच्छी थी, सभी धार्मिक क्रियाकलापों में उनकी सहभागिता थी l सबलता एवं सुयोग्यता नारी सशक्तिकरण की पहचान है l कार्यक्रम में छात्राओं ने नारी सशक्तिकरण पर कविता, नृत्य एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने के साथ निबंध, लेखन तथा मेहंदी, चित्रकला रंगोली, प्रतियोगिता में भाग लिया उत्कृष्ट कार्य के लिए छात्राओं को सम्मानित करने के साथ प्रमाण पत्र प्रदान किया गया l संस्थान की ओर से छात्रावास अधीक्षक श्रीमती मालती को सम्मानित किया गया गया l
संस्थान के निदेशक द्वारा उन्हें स्मृति चिन्ह तथा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया संस्थान की लेखाकार श्रीमती रीता मिश्रा ने जानकारी देते हुए छात्रों को अपने कौशल बढ़कर महिला सशक्तिकरण क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए प्रेरित किया, अपने वक्तव्य में उन्होंने कहा कि भारतीय नारी आदिकाल से समाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती आ रही है उसने एक माता, बहन, बेटी, बहू और पत्नी के रूप में सद्भाव, स्नेह प्रेम देने के साथ अपने त्याग बात कर ऐसा वातावरण बनाया है जिसे स्वर्ग कह सकते हैं l सहायक कार्यक्रम अधिकारी चंदन चौहान ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस आयोजन उद्देश्य पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि महिला सशक्तिकरण के लिए 1985 में महिला एवं बाल विकास विभाग की स्थापना की गई, 31 जनवरी 1992 को राष्ट्रीय आयोग का गठन किया गया एवं अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाने लगा l
इस कार्यक्रम में संस्थान श्रीमती मिथिलेश परस्ते लक्ष्मी तेकाम अपने विचार रखे कार्यक्रम में संस्थान के लक्ष्मी नारायण बर्मन अन्य प्रशिक्षण केंद्र के प्रशिक्षक, लाभार्थी उपस्थित रहे l प्रशिक्षिका सुसुनीता ने लाभार्थियों की कौशल का मूल्यांकन करने सहयोग के साथ आज के आयोजन के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला तथा उन्हें उत्कृष्ट कार्य करने के लिए प्रेरित किया l इस अवसर पर चित्रकला, निबंध तथा इंडोर गेम के साथ अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेने वाली सुज्योति, प्रमिला रानी, दीपांशु, बबली प्रियंका, संध्या ,आरती, आराधना तथा कार्यक्रम में सम्मिलित होने वाले सभी लाभार्थियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीमती मालती तथा ने किया l कार्यक्रम का सफल संचालन चंदन चौहान के साथ छात्रा लक्ष्मी एवं हरिश्वरी ने किया l