भोपाल /गुना
गुना में बिजली विभाग के सहायक प्रबंधक से बदसलूकी करना वन विभाग के एसडीओ को महंगा पड़ गया. वीडियो वायरल होने के बाद एसडीओ सुरेश अहिवार को भोपाल मुख्यालय अटैच कर दिया गया है.
बमोरी वन विभाग के कार्यालय और आवास की लाइट काटने से नाराज सुरेश अहिवार ने शराब के नशे में बिजली विभाग के आवासीय परिसर में पहुंचकर हंगामा किया था. बिजली विभाग के सहायक प्रबंधक पीयूष कुमार को जान से मारने की धमकी देते हुए कर्मचारी के साथ मारपीट की गई थी. हंगामे का वीडियो भी सामने आया था जिसमें सुरेश अहिवार खुद को 'भगवान' बता रहे थे.
वायरल वीडियो पर संज्ञान लेते हुए डीएफओ अक्षय राठौर ने सुरेश अहिवार के खिलाफ कार्रवाई के लिए वरिष्ठ कार्यालय को प्रतिवेदन भेजा था.
प्रतिवेदन को गंभीरता से लेते हुए शासन ने एसडीओ सुरेश अहिवार को मप्र सिविल सेवा (आचरण) अधिनियम 1965 के तहत दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया है और भोपाल मुख्यालय अटैच कर दिया है.
इस मामले में वन विभाग के निलंबित एसडीओ सुरेश अहिवार का कहना है कि उन्होंने विद्युत विभाग का पेंडिंग पड़ा हुआ 1 लाख 12 हजार रुपये का बिजली बिल जमा किया था. लेकिन उसके बावजूद बिजली लाइन नहीं जोड़ी गई.
सहायक प्रबंधक पीयूष कुमार ने उनके बमोरी स्थित सरकारी आवास में महिला कर्मचारी से बदसलूकी की थी, इसलिए बात इतनी ज्यादा बढ़ गई. बिजली विभाग के अधिकारी पीयूष कुमार के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की जाए.
इससे पहले चाचौड़ा में जनपद पंचायत सीईओ गगन बाजपेयी ने एक किसान को बंधक बनाकर मारपीट की थी जिसका वीडियो वायरल होने के बाद उन्हें निलंबित किया गया था. गुना में सरकारी अफसर शासन की किरकिरी कराने में बिल्कुल भी परहेज नहीं करते .