दौसा.
जो लोग गए हैं रो-धो करके आज शाम तक वापस आ जाएंगे, दौसा विधायक मुरारी लाल का ये बयान, नगर परिषद के पार्षदों को इतना नागवार गुजरा कि उन्होंने विधायक मुरारी लाल मीणा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। उन्होंने पूछा कि जब वो बसपा से विधायक बनकर बीएसपी छोड़कर कांग्रेस में गए और गहलोत का साथ छोड़कर सचिन पायलट के साथ मानेसर गए थे तो उस समय भी क्या यही मामला था।
बीते दिनों दौसा नगर परिषद के पार्षद लामबंद होकर दौसा नगर परिषद सभापति ममता चौधरी के खिलाफ अविश्वास लाने की मुहिम चलाते हुए कुछ दिनों के लिए अज्ञातवास चले गए थे। उस दौरान किसी पत्रकार को मुरारीलाल ने इंटरव्यू में दौसा विधायक मुरारी लाल मीणा ने कहा था कि जो लोग गए हैं रो-धो करके आज शाम तक वापस आ जाएंगे। इस बयान के बाद पार्षदों ने दौसा विधायक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। दौसा नगर परिषद के पार्षद सनी खान की माने तो मुरारीलाल मीणा खुद जिस समय बसपा से टिकट लाकर दौसा से चुनाव जीते और बाद में कांग्रेस के साथ डील करते हुए कांग्रेस में शामिल हो गए। आपको मंत्री पद दे दिया गया। उस समय मंत्री पद देने के बाद भी विधायक मुरारी लाल मीणा ने तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ छल-कपट करते हुए सचिन पायलट के साथ चले गए। उसके बाद सचिन पायलट की आप लोगों ने राजनीति खत्म कर दी।
उधर, इसी मामले पर भाजपा शहर उपाध्यक्ष और नगर परिषद महिला पार्षद के पति भूपेंद्र सिंह ने कहा है कि पूर्व मंत्री और वर्तमान विधायक को पार्षदों के लिए इस तरह की टिप्पणी करना शोभा नहीं देता। जब गहलोत सरकार को छोड़कर सचिन पायलट के साथ मुरारी लाल मीणा भी मानेसर गए थे तो वह क्यों गए थे? उधर, पार्षद श्रीराम सोनी का कहना है कि हम लोग 45 थे और 45 के 45 लोग बाड़े बंदी में थे। उन पार्षदों में से कुछ पार्षद लेनदेन करने सहित कई और तरीकों से बाड़ेबंदी करके निकल गए।