नई दिल्ली
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक ने टीम के पिछले कुछ खराब नतीजों के कारण मोहम्मद हफीज को टीम निदेशक पद से हटाए जाने के बाद देश के क्रिकेट बोर्ड पर जमकर भड़ास निकाली है। इंजमाम ने कहा कि प्रशासनिक भूमिका निभा रहे पूर्व खिलाड़ियों पर निशाना साधना सही नहीं है जबकि अधिकारी राष्ट्रीय टीम के प्रदर्शन के लिए जिम्मेदारी उठाने से इंकार कर रहे हैं। पाकिस्तान क्रिकेट टीम को हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के हाथों टेस्ट सीरीज में 0-3 और न्यूजीलैंड के हाथों टी20 इंटरनेशनल सीरीज में 1-4 की शिकस्त सहनी पड़ी थी। इसके बाद पीसीबी ने मोहम्मद हफीज से दूरी बना ली थी। हफीज का अनुबंध शुरुआत में छोटे समय के लिए था, जो न्यूजीलैंड में टी20 इंटरनेशनल सीरीज के बाद समाप्त हुआ। खेल मंत्रालय ने लंबी अवधि समझौते की सिफारिश से इंकार कर दिया था।
इंजमाम उल हक ने क्या कहा
क्या कोई समझा सकता है कि मोहम्मद हफीज को टीम निदेशक के रूप में हटाने का क्या कारण है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड दौरे के बाद वहाब रियाज को प्रमुख चयनकर्ता के रूप में बरकरार रखा? क्या दोनों की नियुक्ति एक समय नहीं हुई और समान जिम्मेदारी नहीं दी? फिर केवल हफीज को निशाना बनाया गया जबकि वहाब रियाज को बख्श दिया गया।
इंजमाम ने की गुजारिश
इंजमाम उल हक ने पीसीबी से गुजारिश की है कि वो खिलाड़ियों की इज्जत करना शुरू करे। ''पीसीबी चेयरमैन बेशक उच्च इज्जतदार पद है, लेकिन शीर्ष बोर्ड अधिकारियों से पूर्व कप्तानों और दिग्गजों को उतनी ही इज्जत नहीं मिलती है।'' इंजमाम ने आरोप लगाया कि हितों के टकराव के आरोपों के दौरान उनका बोर्ड से विवाद हुआ, लेकिन पूर्व पीसीबी चेयरमैन जका अशरफ की तरफ से उन्हें कोई इज्जत नहीं मिली। इंजी ने याद किया, ''मेरे बारे में जब प्रमुख चयनकर्ता के रूप में हितों के टकराव की खबर सामने आई, उसके बाद हमारी पीसीबी ऑफिस में बैठक तय थी। मैं पीसीबी अधिकारियों सलमान नासिर और आलिया राशीद के साथ चेयरमैन के आने का इंतजार कर रहा था।'' पूर्व कप्तान ने आगे कहा, ''मगर वो एकेडमी चले गए और वहां से नासिर व आलिया को फोन करके मिलने बुलाया और मुझे कहा कि इंतजार करो जैसे कि उन्होंने मुझे देखा ही नहीं। सिर्फ आलिया कुछ समय बाद आए और मुझे कार्यवाही समिति के बारे में बताया।''
ऐसे नहीं चल सकता पाक क्रिकेट
मैं चेयरमैन के इस बर्ताव से दुखी हुआ। खिलाड़ियों के साथ काम कर रहे प्रत्येक एजेंट्स और उनकी कंपनी की विस्तृत जानकारी आईसीसी और पीसीबी के पास उपलब्ध है। यह बड़ी बात नहीं थी और मुझे कहा गया कि मैं इस्तीफा दूं ताकि वो अपनी कार्यवाही पूरी कर सकें। पूर्व कप्तान ने कहा कि वो पीसीबी के कार्यवाही समिति के नतीजे रिलीज होने का इंतजार कर रहे हैं, जो हितों के टकराव मामले में जांच कर रही थी। उन्होंने कहा, ''पाकिस्तान क्रिकेट इस तरह नहीं चल सकता है। यह समय है जब बोर्ड अधिकारी भी अपने एक्शन की जिम्मेदारी स्वीकार करें।'' इंजमाम उल हक ने साथ ही कहा कि वो पिछले साल एशिया कप से पहले प्रमुख चयनकर्ता नहीं बनना चाहते थे क्योंकि पिछली चयन समिति स्क्वाड चुन चुकी थी।