जयपुर.
उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत समेकित बाल विकास सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए 6204 मिनी आंगनबाड़ियों को क्रमोन्नत कर मुख्य आंगनबाड़ी बनाए जाने की स्वीकृति दी है। उन्होंने महिला एवं बाल विकास शासन सचिव श्री कृष्ण कुणाल को निर्देश दिए हैं कि क्रमोन्नत आंगनबाड़ियों को 1 मार्च 2024 से शुरू कर दिया जाए।
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुसार राज्य सरकार बालक, बालिकाओं के स्वस्थ, शिक्षित व सुपोषित विकास करने और महिलाओं का सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है। इसी क्रम में 6204 मिनी आंगनबाड़ियों को मुख्य आंगनबाड़ियों में क्रमोन्नत किया गया है ताकि प्रदेश के हर कोने में मां और बच्चों को राज्य सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं का लाभ बेहतर तरीके से मिल सके। उल्लेखनीय है कि अब तक प्रदेश में मिनी आंगनबाड़ी संचालित होने से वहां केवल एक मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हुआ करती थी। इससे उस आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को मिनी आंगनबाड़ी संचालित करने में कठिनाई आती थी। अब इन 6204 मिनी आंगनबाड़ियों को मुख्य आंगनबाड़ी बनाने से यह समस्या समाप्त हो जाएगी। मुख्य आंगनबाड़ी पर एक कार्यकर्ता और एक सहायिका होने से आंगनबाड़ी के संचालन में अधिक सुविधा होती है।
उन्होंने बताया कि इन 6204 मिनी आंगनबाड़ियों पर कार्यरत मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को ही मुख्य आंगनबाड़ी कार्यकर्ता में क्रमोन्नत कर इनकी सहायता के लिए 6204 नवीन सहायिकाओं की भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी।