ग्वालियर
लोकसभा चुनाव नजदीक है, लेकिन चुनावों की घोषणा होने से पूर्व ग्वालियर में वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का कांग्रेस ने बड़ा दावा किया है। कांग्रेस के मुताबिक ग्वालियर लोकसभा क्षेत्र में वर्ष 2019 से 2023 तक लगभग 80 हजार नागरिकों की मृत्यु हो चुकी है, जबकि मतदाता सूची में से केवल 5 हजार नागरिकों के नामों को ही हटाया गया है।
ऐसे में सवाल उठ रहा है कि बाकी के नागरिक कहां गए और पिछले वर्षों में हुए चुनावों में इन नागरिकों के वोट कौन डाल रहा है? विधानसभा चुनाव में सत्ता के सपने से दूर हुई कांग्रेस अब लोकसभा चुनाव से पूर्व इन्हीं सवालों को लेकर मतदाताओं के पास जाएगी। कांग्रेस का दावा है कि यह आंकड़े आरटीआई के तहत निकाले गए हंै, और निर्वाचन आयोग को भी पत्र लिखकर इस मामले को संज्ञान में लेने की मांग की गई है।
19 दिन पहले मतदाता सूची का हुआ था प्रकाशन
फोटोयुक्त निर्वाचक नामावली के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण-2024 के अंर्तगत ग्वालियर जिले में भी इसी महीने की बीती 8 फरवरी को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन किया गया था। इसमें मतदाताओं की संख्या में कुल 2 हजार 279 का इजाफा बताते हुए जिले में कुल मतदाताओं की संख्या 16 लाख 27 हजार 466 बताई गई। खुद जिला निर्वाचन अधिकारी व कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत अंतिम रूप से प्रकाशित मतदाता सूची की सॉफ्ट व हार्ड कॉपी सौंपी थी।
आंकड़े भी कराए उपलब्ध
कांग्रेस द्वारा निर्वाचन आयोग को लिखे गए पत्र में वर्ष वार हाने वाली मौतों के आंकड़े भी उपलब्ध करवाए गए हैं। जिनके मुताबिक वर्ष 2019 में 14804 मौत, वर्ष 2020 में 17247, वर्ष 2021 में 20921, वर्ष 2022 में 15379 तथा वर्ष 2023 में लगभग 13000 वोटर्स की मौत होना बताया गया है।
वर्ष 2019 से 2023 तक 80 हजार नागरिकों की मृत्यु हुई। जबकि प्रशासन ने मतदाता सूची से सिर्फ 5 हजार लोगों के नाम हटाए है। जबकि प्रशासन द्वारा हर चुनाव में मतदाता सूची का पुनरीक्षण कार्य किया जाता रहा है। यह गंभीर विषय है। शासन के दबाव में किसी एक दल को फायदा पहुंचाने के लिए यह कार्य किया जा रहा है। आरटीआई के जरिए सांख्यकी विभाग से मिली इस गड़बड़ी और लोकसभा चुनाव 2024 के लिए तैयार मतदाता सूचियों में हुई विसंगतियों को लेकर भारत निर्वाचन आयोग और मप्र निर्वाचन आयोग को हमने पत्र लिखा है।
–डॉ.देवेंद्र शर्मा, जिलाध्यक्ष कांग्रेस ग्वा.
मतदाता सूची पुनरीक्षण का कार्य सतत् किया जाता है। हाल ही में मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्य के तहत डोर-टू-डोर सर्वे किया। जिन मतदाताओं की मृत्यु हो गई या फिर वह जिले से बाहर हैं उनके नाम मतदाता सूची से हटाए गए हैं।
–एलके पांडे, उप जिला निर्वाचन अधिकारी ग्वा.