वायनाड
कांग्रेस नेता राहुल गांधी केरल की अपनी वायनाड संसदीय सीट छोड़ सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, गांधी आगामी लोकसभा चुनाव में दो निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ेंगे, एक कर्नाटक या तेलंगाना से और एक उत्तर प्रदेश से।
ताजा घटनाक्रम केरल में सीट-बंटवारे की बातचीत के बीच आया है, जहां इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) कांग्रेस पर इस बार 2 के बजाय 3 सीटें देने का दबाव बना रही है। IUML वायनाड से चुनाव लड़ना चाहती है क्योंकि उसके अधिकांश मतदाता मुस्लिम समुदाय से हैं।
टीओआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक , इस महीने की शुरुआत में, सीपीआई महासचिव डी राजा ने कहा था कि पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कांग्रेस को वायनाड छोड़ने के लिए कहने पर कोई चर्चा नहीं हुई थी।
टीओआई ने डी राजा के हवाले से कहा , "वायनाड उन चार सीटों में से एक है जो सीपीआई को एलडीएफ के भीतर सीट-बंटवारे समझौते के हिस्से के रूप में मिली थी।"
राहुल गांधी ने 2019 में सीपीआई उम्मीदवार पीपी सुनीर को हराकर 4 लाख से अधिक वोटों के अंतर से वायनाड सीट जीती थी।
इंडिया गठबंधन सीट शेयरिंग पर बन गई बात?
इसके अलावा, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) ने केरल में लोकसभा चुनाव के लिए चार उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं, जिनमें वायनाड सीट के साथ-साथ शशि थरूर की तिवनंतपुरम की सीट भी शामिल है. ऐसे में इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग फॉर्मूले को लेकर भी सवाल उठ रहा है कि क्या केरल में इस पर सहमति बनी है कि नहीं. इसे गठबंधन में दरार पड़ने के तौर पर भी देखा जा रहा है और राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसा करके कांग्रेस के ऊपर दवाब बनाने की कोशिश की जा रही है.
तो क्या अमेठी से चुनाव लड़ेंगे राहुल गांधी?
दूसरी ओर, उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में सीट बंटवारे को लेकर बनी सहमति के बाद अमेठी में स्मृति ईरानी और राहुल गांधी के बीच एक हाई-प्रोफाइल मुकाबला देखने को मिल सकता है. पिछले सोमवार को इन दोनों ही नेताओं को अमेठी में देखा गया था. हालांकि इस बात पर सस्पेंस अभी भी बना हुआ है कि क्या राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़ेंगे.
इन सबके अलावा एक चर्चा ये भी है कि सोनिया गांधी के राय बरेली से लोकसभा चुनाव न लड़ने के फैसले के बाद राहुल गांधी इस निर्वाचन क्षेत्र से हाथ आजमा सकते हैं. दरअसल, सोनिया गांधी ने राजस्थान से राज्यसभा का नामांकन किया है. ऐसे में वो अब लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी.