नई दिल्ली
भारतीय जनता पार्टी ने मध्य प्रदेश की चार और ओडिशा की एक राज्यसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों के नाम जारी कर दिए हैं.पार्टी ने केंद्रीय मंत्री एल मुरुगन को मध्य प्रदेश और अश्विनी वैष्णव को ओडिशा से प्रत्याशी घोषित किया है.
इनके अलावा मध्य प्रदेश की दो और सीटों पर उमेश नाथ महाराज और माया नारोलिया के नाम का एलान किया गया है.
माना जा रहा है कि केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ओडिशा की सत्ताधारी पार्टी बीजू जनता दल (बीजेडी) के समर्थन से राज्यसभा पहुंचेंगे क्योंकि 2019 में अपने पहले राज्यसभा कार्यकाल में भी उन्हें बीजेपी का समर्थन मिला था.
मध्य प्रदेश से दो अप्रैल को पांच राज्य सभा सीटें खाली हो रही हैं। इन सीटों के लिए चुनाव 27 फरवरी को होना है। इसके लिए नामांकन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि 15 फरवरी है।
अश्विणी वैष्णव को ओडिशा से बनाया गया उम्मीदवार
वहीं, ओडिशा से केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव को राज्य सभा भेजने की तैयारी है। पार्टी ने केंद्रीय मंत्री को ओडिशा से उम्मीदवार बनाया है।
गौरतलब है कि एमपी में कांग्रेस एक सीट पर अपना सदस्य उच्च सदन में भेजने की स्थिति में है। अगर अवश्यकता हुई तो 27 फरवरी को सुबह नौ से चार बजे तक मतदान होगा और पांच बजे से मतगणना की जाएगी।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि इस बार जिन नए लोगों को मौका दिया जा रहा है, वे भले ही संसदीय राजनीति का अनुभव नहीं रखते, लेकिन लंबे अरसे से संगठन में योगदान देते रहे हैं। पार्टी की इसके पीछे यह रणनीति है कि ज्यादा से ज्यादा नए लोगों को मौका मिले और पुराने स्थापित चेहरों को लोकसभा चुनाव में उतारा जाए, जिससे इलेक्शन में माहौल बने और कठिन सीटों को भी आसानी से जीता जा सके। भाजपा ने जिन पुराने लोगों को दोबारा मौका नहीं दिया है, उनमें बड़ा नाम बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी भी हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र में नारायण राणे जैसे दिग्गज नेता को भी मौका नहीं मिलने जा रहा।
कौन हैं नए चेहरे माया नरोलिया, उमेशनाथ महाराज और बंसीलाल गुर्जर
इस बार राज्यसभा उम्मीदवार घोषित किए गए नेताओं की बात करें तो बंसीलाल गुर्जर भाजपा के किसान मोर्चे के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। वह लंबे समय से संगठन की राजनीति करते रहे हैं। इसके अलावा उमेश नाथ महाराज संत हैं और उनके मध्य प्रदेश में बड़ी संख्या में अनुयायी हैं। अब बात लिस्ट में शामिल एकमात्र महिला चेहरे माया नारोलिया की करें तो वह प्रदेश के महिला मोर्चे की अध्यक्ष रही हैं और जाट समुदाय से आती हैं। यही नहीं वह मध्य प्रदेश के ही होशंगाबाद में नगर पालिका की अध्यक्ष भी रही हैं। उनका राजनीति में लंबा अनुभव है और संगठन के लिए खूब काम किया है। माना जा रहा है कि इसी के चलते उन्हें राज्यसभा भेजकर सम्मान दिया गया है।