कराची
पाकिस्तान में आम चुनाव के नतीजे आए कई दिन बीत जाने के बाद अब सरकार गठन का फॉर्मूला साफ होता नजर आ रहा है. पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (PML-N) और बिलावल भुट्टो की पार्टी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) सरकार गठन को लेकर साथ आने पर राजी हो गए हैं. सरकार गठन में एक फॉर्मूला यह भी तय किया गया है कि PPP का राष्ट्रपति होगा. पार्टी की तरफ से यह साफ कर दिया गया है कि वह आसिफ अली जरदारी को नया राष्ट्रपति बनाने का प्रस्ताव आगे बढ़ा रहे हैं. इससे पहले मंगलवार रात को एक चौंकाने वाला घटनाक्रम सामने आया. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PMl-N) प्रमुख नवाज शरीफ ने अपने भाई शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) को प्रधानंत्री पद का उम्मीदवार नामित कर दिया. इसके साथ ही नवाज शरीफ (Nawaz Sharif) ने बेटी मरियम नवाज (Maryam Nawaz) को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का सीएम भी नॉमिनेट किया है.
पाकिस्तान में आम चुनाव के नतीजे आए कई दिन बीत जाने के बाद अब सरकार गठन का फॉर्मूला साफ होता नजर आ रहा है. पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (PML-N) और बिलावल भुट्टो की पार्टी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) सरकार गठन को लेकर साथ आने पर राजी हो गए हैं. सरकार गठन में एक फॉर्मूला यह भी तय किया गया है कि PPP का राष्ट्रपति होगा. पार्टी की तरफ से यह साफ कर दिया गया है कि वह आसिफ अली जरदारी को नया राष्ट्रपति बनाने का प्रस्ताव आगे बढ़ा रहे हैं. इससे पहले मंगलवार रात को एक चौंकाने वाला घटनाक्रम सामने आया. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PMl-N) प्रमुख नवाज शरीफ ने अपने भाई शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) को प्रधानंत्री पद का उम्मीदवार नामित कर दिया. इसके साथ ही नवाज शरीफ (Nawaz Sharif) ने बेटी मरियम नवाज (Maryam Nawaz) को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का सीएम भी नॉमिनेट किया है.
PPP-PMLN की बनेगी सरकार
इससे पहले शहबाज शरीफ ने कहा कि उन्होंने बिलावल और उनके पिता आसिफ अली जरदारी से बात की है और नवाज शरीफ को समर्थन देने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘हमें उम्मीद है कि हम साथ मिलकर पाकिस्तान को सभी राजनीतिक और आर्थिक संकटों से बाहर निकालने में सक्षम होंगे, इंशाल्लाह.’ सरकार गठन को लेकर पीएमएल-एन और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) ने भी मंगलवार को बैठक की है. दोनों पार्टियां आपसी सहयोग से आगे बढ़ने पर सहमत हुईं और शहबाज शरीफ ने समर्थन के लिए एमक्यूएम-पी को धन्यवाद दिया. एमक्यूएम के संसद में 17 सांसद हैं. शहबाज ने कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने PPP के साथ गठबंधन करने से इनकार कर दिया, जिसके बाद PML-N एकमात्र ऐसी पार्टी रह गई, जिसने पीपीपी को सरकार में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है.
प्रधानमंत्री पद की रेस से हटे बिलावल
इससे पहले पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी के प्रधानमंत्री पद की दौड़ से पीछे हटने का ऐलान किया था. बिलावल ने अपनी अध्यक्षता में हुई PPP की उच्चाधिकार प्राप्त केंद्रीय कार्यकारी समिति की बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनकी पार्टी केंद्र में सरकार बनाने के लिए जनादेश प्राप्त करने में विफल रही. बिलावल (35) ने कहा, ‘इस वजह से मैं खुद को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद की दौड़ के लिए आगे नहीं रखूंगा.’
फिलहाल, शहबाज के दूसरी बार पीएम बनने का रास्ता साफ होते दिख गया है. इमरान खान के सत्ता से हटने के बाद शहबाज पाकिस्तान के 23वें प्रधानमंत्री बने थे और अप्रैल 2022 से अगस्त 2023 तक देश की बागडोर संभाली थी. वे पीपीपी के समर्थन से सरकार में आए थे.
'सबसे ज्यादा इमरान समर्थित उम्मीदवार जीते'
बता दें कि पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में 266 सीटें हैं. 265 सीटों के नतीजे जारी हुए हैं. सरकार बनाने के लिए 133 सीटें होना जरूरी है. देश में 8 फरवरी को आम चुनाव हुए थे. सबसे ज्यादा पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की थी.
पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने घोषणा की है कि आम चुनाव में सबसे ज्यादा 101 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है. इनमें ज्यादातर उम्मीदवार इमरान खान की पार्टी PTI के समर्थित हैं. उसके बाद पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) को 75 सीटें, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) को 54 सीटें मिलीं. मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (PQM-P) को 17 सीटें मिलीं. अन्य पार्टियों को भी 17 सीटें मिलीं हैं. एक सीट का नतीजा रोक दिया गया है. किसी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिलने से त्रिशंकु संसद की स्थिति बन गई. इमरान खान जेल में बंद हैं और वो सरकार बनाने की कवायद में पिछड़ गए.
'नई सरकार के लिए कमेटी गठित'
वहीं, आम चुनाव के पांच दिन बाद भी पाकिस्तान में अगली सरकार को लेकर तस्वीर साफ नहीं हो पा रही थी. PML-N को कथित तौर पर पाकिस्तानी सेना का समर्थन प्राप्त है. एक दिन पहले PPP ने केंद्रीय कार्यकारी कमेटी की बैठक बुलाई और अपने नेताओं से सरकार बनाने को लेकर चर्चा की. उसके बाद एक बयान में बिलावल (35 साल) ने कहा, वास्तविकता यह है कि उनकी पार्टी के पास संघीय सरकार बनाने का जनादेश नहीं है. इसके कारण मैं खुद को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की उम्मीदवारी के लिए आगे नहीं बढ़ाऊंगा. नतीजों में पीएमएल-एन और निर्दलीयों की संख्या ज्यादा है.
इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री शहबाज ने कहा था कि नवाज शरीफ रिकॉर्ड चौथी बार प्रधानमंत्री बनेंगे. शहबाज ने कहा था, मैंने कहा था कि नवाज शरीफ चौथी बार प्रधानमंत्री बनेंगे और मैं आज भी इस बात पर कायम हूं कि वे चौथी बार प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं.
'संकटों से बाहर निकालने में समक्ष होंगे'
शहबाज ने कहा कि उन्होंने बिलावल और उनके पिता आसिफ अली जरदारी से बात की है और नवाज शरीफ को समर्थन देने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया है. उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया, हमें उम्मीद है कि हम साथ मिलकर पाकिस्तान को सभी राजनीतिक और आर्थिक संकटों से बाहर निकालने में सक्षम होंगे, इंशाल्लाह.
सरकार गठन को लेकर पीएमएल-एन और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) ने भी मंगलवार को बैठक की है. दोनों पार्टियां आपसी सहयोग से आगे बढ़ने पर सहमत हुईं और शहबाज शरीफ ने एमक्यूएम-पी को धन्यवाद दिया, जिसके समर्थन के लिए संसद में 17 विधायक हैं.
'बिलावल बोले- इमरान ने अलायंस से मना किया'
बिलावल ने कहा, इमरान खान की पीटीआई ने पीपीपी के साथ गठबंधन करने से इनकार कर दिया था, जिससे पीएमएल-एन एकमात्र ऐसी पार्टी रह गई, जिसने पीपीपी को सरकार में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था.
'स्थिर सरकार बनाने में मदद करेंगे'
इससे पहले बिलावल ने कहा कि पीपीपी ने फैसला किया है कि हम सरकार का हिस्सा नहीं हो सकते हैं लेकिन हम वोट और प्रधानमंत्री के चुनाव के मुद्दे पर राजनीतिक दलों के साथ बातचीत करेंगे. बिलावल ने कहा कि पीपीपी ने देश में राजनीतिक स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए प्रधानमंत्री पद के वास्ते पीएमएल-एन के उम्मीदवार का समर्थन करने का फैसला किया. बिलावल ने कहा, पीपीपी ने सरकार के गठन और राजनीतिक स्थिरता के लिए अन्य राजनीतिक दलों के साथ जुड़ने के वास्ते एक कमेटी बनाने का फैसला किया है. उन्होंने कहा, पीपीपी सरकार का हिस्सा बने बिना भी स्थिर सरकार बनाने में मदद करेगी.
'पिता को राष्ट्रपति बनते देखना चाहते हैं'
बिलावल ने कहा कि वो अपने पिता आसिफ अली जरदारी (68 साल) को एक बार फिर राष्ट्रपति बनते देखना चाहेंगे. दिवंगत प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के पति जरदारी 2008 से 2013 तक राष्ट्रपति रह चुके हैं. उन्होंने कहा, मैं यह इसलिए नहीं कह रहा हूं क्योंकि वे मेरे पिता हैं. मैं यह इसलिए कह रहा हूं क्योंकि देश इस समय भारी संकट में है और अगर किसी के पास इस आग को बुझाने की क्षमता है तो वो आसिफ अली जरदारी हैं. एक सवाल के जवाब में बिलावल ने कहा, सभी राजनीतिक ताकतों को देश के बारे में सोचने और विभाजन की राजनीति को खत्म करने की जरूरत है. उन्हें सिर्फ अपने बारे में नहीं सोचना चाहिए. इस तरह देश के दुश्मन इस संकट से फायदा उठाना चाहेंगे.
'अलायंस में जाने से जनादेश का अपमान होगा'
वहीं, इमरान खान ने मंगलवार को पाकिस्तान में किसी भी राजनीतिक दल के साथ गठबंधन सरकार बनाने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था. उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान की जनता ने हमें भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए जनादेश दिया है. अलायंस में शामिल होने से जनादेश का अपमान माना जाएगा.
इमरान ने कहा, पीएमएल-एन, पीपीपी और एमक्यूएम के साथ कोई गठबंधन नहीं हो सकता है. उन्होंने कहा कि उन्होंने पीटीआई के सूचना सचिव रऊफ हसन को तीन पार्टियों को छोड़कर सभी पार्टियों को एक साथ लाने का निर्देश दिया है. खान ने अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को 'चोरी किए गए वोटों' के साथ सरकार बनाने की साजिश पर चेतावनी भी दी है.