कोरियन कल्चर का खुमार इन दिनों लोगों पर खूब चढ़ा हुआ है। खासतौर से बात अगर यंग और हेल्दी रहने की हो, ताे ज्यादातर लोग करियन पद्धतियों पर ही भरोसा करते हैं। ये तो आप भी अच्छे से जानते हैं कि कोरियाई लोग अपनी उम्र से बहुत ज्यादा यंग और फिट दिखते हैं। इसका पूरा श्रेय जाता है उनके वर्कआउट और उनकी डाइट को।
ये लोग पोषक तत्वों से भरपूर मछली, सब्जियां, फर्मेन्टेड फूड्स का सेवन ज्यादा करते हैं, वहीं रेगुलर फिजिकल एक्टिविटी भी इनकी फिटनेस को बढ़ावा देती है। इसके अलावा कुछ तरह की पारंपरिक चाय और रिलैक्सेशन टेक्निक भी हेल्दी लाइफस्टाइल को मेंटेन करने में मदद करती हैं। अगर आप भी अपने समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देना चाहते हैं, तो कोरियाई लोगों की तरह कुछ सप्लीमेंट्स का उपयोग शुरू कर दीजिए। अपनी ओवरऑल हेल्थ को प्रमोट करने के लिए कोरियाई लोग अक्सर इसे अपने रूटीन में शामिल करते हैं। तो आइए जानते हैं इन 8 सप्लीमेंट के बारे में।
ग्रीन टी का अर्क
ग्रीन टी सदियों से कोरियाई संस्कृति का एक अभिन्न अंग है। इसके कई हेल्थ बेनिफिट्स हैं। पॉलीफेनोल्स और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर ग्रीन टी एक्सट्रेक्ट सप्लीमेंट मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देने, हृदय स्वास्थ्य को ठीक रहने और वेट मैनेजमेंट में मदद करता है।
हल्दी
कोरियाई व्यंजनों में हल्दी का यूज बहुत होता है। इस जड़ी बूटी में करक्यूमिन होता है। यह अपने एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए जाना जाता है। इसके स्वास्थ लाभों का जानकर कई कोरियाई लोग अब जोड़ों के स्वास्थ्य और सूजन को कम करने के लिए हल्दी का इस्तेमाल करने लगे हैं।
विटामिन सी
विटामिन सी इंडियन स्किन के लिए भी बहुत असरदार है। अपने एंटीऑक्सीडेंट गुणों और मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में यह अहम भूमिका निभाता है। कोरियाई लोग अक्सर अपने आहार में विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे खट्टे फल, जामुन और हरी सब्जियां शामिल करते हैं।
इसके अलावा कई लोग विटामिन सी के सप्लीमेंट्स पर निर्भर हैं। खासकर ठंड और फ्लू के मौसम में इम्यूनिटी को मजबूत करने के लिए ये लोग इसका सेवन रोजाना करते हैं।
कोलेजन
स्किन को यंग बनाए रखने में कोलेजन की भूमिका अहम है। कोलेजन एक प्रोटीन है, जो त्वचा, बालों और नाखूनों को स्वस्थ रखने में मदद करता है। कई कोरियाई लोग अपनी ब्यूटी डाइट में कोलेजन के सप्लीमेंट लेते हैं।
माना जाता है कि ये सप्लीमेंट त्वचा की लोच और हाइड्रोजन को बढ़ावा देते हैं। इतना ही नहीं यह चेहरे पर आने वाली झुर्रियों को कम करने का अच्छा तरीका है।
ओमेगा-3 फैटी एसिड
सैल्मन और मैकेरल जैसी फैट से भरपूर मछली में प्रचुर मात्रा में पाया जाने वाला ओमेगा-3 फैटी एसिड हृदय स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। चूंकि हर कोई नियमित रूप से मछली का सेवन नहीं करता, इसलिए कई कोरियाई लोग ओमेगा-3 के सप्लीमेंट लेना पसंद करते हैं।
खासकर अगर वह मछली के तेल या शैवाल से मिले, तो ज्यादा फायदेमंद होता है। यह सप्लीमेंट हृदय के स्वस्थ्य और सूजन को कम करता है, जिससे आप बढ़ती उम्र में जवां और फिट दिखाई देते हैं।
प्रोबायोटिक्स
हम भारतीय लोग पेट के स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए प्रोबायोटिक्स का सेवन करते हैं। यही प्रोबायोटिक्स दक्षिण कोरिया में पॉपुलैरिटी बटोर रहा है। फर्मेंटेड फूड जैसे किमची, दही और अन्य पारंपरिक कोरियाई व्यंजन गुड बैक्टीरिया के सेवन में योगदान करते हैं। हालांकि, कई कोरियाई लोग पाचन स्वास्थ्य और प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए प्रोबायोटिक सप्लीमेंट का भी सेवन करने लगे हैं।
रेड जिनसेंग
रेड जिनसेंग, एक पॉपुलर पारंपरिक कोरियाई उपचार है। यह अपने एडाप्टोजेनिक गुणों के लिए जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि यह तनाव को दूर करता है और ऊर्जा के स्तर को बढ़ाता है। रेड जिनसेंग का सेवन कोरियाई लोग कैप्सूल, अर्क , चाय और टॉनिक में एक कंपोनेंट के रूप में करते हैं।
कोरियाई लोगों की आदतों को कैसे अपने जीवन में लागू करें
1- रंगीन सब्जियों, टोफू और मछली जैसे लीन प्रोटीन और किमची जैसे फर्मेन्टेड फूड्स के साथ संतुलित भोजन का सेवन करें।
2- माइंडफुल ईटिंग के लिए पोर्शन कंट्रोल पर ध्यान दें।
3- डेली वॉक या ताइक्वांडो जैसी फिजिकल एक्सरसाइज कर सकते हैं।
4- सोने और जागने का शेड्यूल बनाएं।
5- त्वचा की देखभाल पर जोर दें।
6- पारंपरिक चाय पीकर हाइड्रेटेड रहें।