मॉस्को
रूस मध्य पूर्व में जारी संकट को भुनाने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए रूस की सरकारी हथियार निर्यातक कंपनी रोसोबोरोनएक्सपोर्ट ने जबरदस्त तैयारी की हुई है। रोसोबोरोनएक्सपोर्ट ने मध्य पूर्व के देशों को अपने शक्तिशाली एयर डिफेंस हथियार एस-400 का ऑफर दिया है। खाड़ी देशों को रक्षा क्षेत्र में परंपरागत रूप से अमेरिका का साझेदार माना जाता है। ऐसे में अगर ये देश रूसी एस-400 मिसाइल सिस्टम को खरीदते हैं तो यह बाइडन प्रशासन के लिए बड़ा झटका होगा। कंपनी के सीईओ अलेक्जेंडर मिखेयेव ने हाल ही में एस-400 ट्रायम्फ एयर डिफेंस सिस्टम की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह अपने पश्चिमी प्रतिस्पर्धियों THAAD और पैट्रियट से बेहतर है। मिखेयेव के अनुसार, एस-400 ट्रायम्फ वर्तमान में बाजार पर सबसे प्रभावी लंबी दूरी का एयर डिफेंस सिस्टम है। वर्तमान में यह सिस्टम रूस, भारत, चीन और तुर्की के पास है।
किन देशों को एस-400 बेचना चाहता है रूस
रोसोबोरोनेक्सपोर्ट की कोशिश सऊदी अरब, कतर, संयुक्त अरब अमीरात जैसे खाड़ी देशों को एस-400 सिस्टम बेचना है। ये देश वर्तमान में आतंकवादियों से हवाई खतरों का सामना कर रहे हैं। पिछले कुछ साल में सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात को हूती विद्रोहियों के मिसाइल और ड्रोन हमलों का सामना करना पड़ा है। रोसोबोरोनेक्सपोर्ट का कहना है कि कई खाड़ी देशों ने अपने क्षेत्रों और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को संभावित हवाई खतरों से बचाने में रुचि व्यक्त की है।" मध्य पूर्व में अपने एस-400 की मार्केटिंग करते वक्त रूस लगातार संप्रभुता और सुरक्षा पर जोर दे रहा है।
एस-400 कितना शक्तिशाली
पश्चिमी देशों के एयर डिफेंस सिस्टम और एस-400 ट्रायम्फ के बीच तुलना करते हुए मिखेयेव ने वास्तविक युद्ध के दौरान अपने हथियार के ताकत की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि एस-400 बैलिस्टिक और क्रूज दोनों तरह के मिसाइलों को मार गिराने में सक्षम है। इसके अलावा एस-400 का इस्तेमाल हाइपरसोनिक हथियारों को मार गिराने और एंटी सैटेलाइट हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। मिखेयेव ने एस-400 ट्रायम्फ की तारीफ करते हुए इसे लंबी दूरी का बेजोड़ एयर डिफेंस सिस्टम बताया।
600 किमी तक लक्ष्य की कर सकता है पहचान
उन्होंने कहा कि एस-400 सिस्टम 60 किलोमीटर तक की दूरी तक क्रूज मिसाइलों और बैलिस्टिक मिसाइल वॉरहेड जैसे सामरिक बैलिस्टिक लक्ष्यों को संभालने की असाधारण क्षमता है। इसके अलावा, यह 400 किलोमीटर दूर तक स्थित हवाई लक्ष्यों से अकल्पनीय रूप से निपट सकता है। इस सिस्टम में 48N6E3 गाइडेड एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइलों की सीरीज है। इसका रडार 600 किलोमीटर दूर तक हवाई लक्ष्यों की पहचान कर सकता है। उन्होंने पश्चिमी देशों के एयर डिफेंस सिस्टम की आलोचना करते हुए कहा कि कई सैन्य अभियानों में यह स्पष्ट रूप से साबित हुआ है कि पश्चिम के हथियार बैलिस्टिक मिसाइलों के खिलाफ विफल हुए हैं।