दांत साफ करती हैं 4 पेड़ की डंठल
आयुर्वेद में दांत साफ करने के लिए दातुन को अच्छा बताया गया है। चार रसों के पेड़ के डंठल का उपयोग कर सकते हैं। मधुर रस के लिए मुलेठी की दातुन, तिक्त रस के लिए नीम की दातुन, कषाय रस के लिए बबूल, जामुन की दातुन और कटु रस के लिए करंज की दातुन इस्तेमाल करें।
कुल्ला करने के फायदे
इनके अलावा हर दिन मुंह में पानी घुमाकर कुल्ला करने से भी फायदा होता है। कुल्ला अगर हम ज्यादा प्रेशर के साथ करते हैं तो दांतों के बीच फंसे कई कण बाहर निकल जाते हैं। दशन संस्कार चूर्ण से मसूड़े काफी मज़बूत होते हैं। यह आसानी से बाजार में मिल जाता है।
मुख शुद्धि करने का तरीका
इसमें 1 चम्मच नारियल तेल मुंह में भरकर 2 से 3 मिनट घुमाने से मसूड़े मजबूत होते हैं। साथ ही यह मुंह में बैक्टीरिया आदि के असर को भी कम करता है। इसे ब्रश करने के बाद इस्तेमाल करना चाहिए।
दांतों को मजबूत करने का उपाय
आयुर्वेद में जितनी बात दांत की सफाई की होती है, उतना ही दांत की मजबूती पर फोकस किया जाता है। टूथपेस्ट में कई तरह की जड़ी-बूटियां होती हैं। मसलन: लौंग, इलायची, दालचीनी, बबूल, नीम, तेजपत्ता। इनसे फायदा होता है, लेकिन यह इस बात पर निर्भर करता है कि टूथपेस्ट में इनकी मात्रा कितनी है। अगर सही मात्रा में हों तो ये बदबू दूर करती हैं और दांतों को मज़बूत करती है।
टूथपेस्ट में मेडिकेटिड आयुर्वेदिक ऑयल
मेडिकेटिड आयुर्वेदिक ऑयल या गम केअर ऑयल के उपयोग से भी मसूड़ों और दांतों को फायदा होता है। नस्य क्रिया में नाक के सुराखों में एक बूंद तेल डालने से भी फायदा होता है।
इन उपायों से भी मिलेगा फायदा
गरम पानी और नमक को मिलाकर मुंह में घुमाने और कुल्ला करने से मसूड़ों की परेशानी में काफी फायदा होता है। वहीं मसूड़ो को मजबूत करने के लिए शहद की मालिश करने से काफी फायदा होता है।
ये चीजें खाएं
फल, सब्जी, सलाद में मौजूद फाइबर दांतों की सफाई और मजबूती के लिए अहम है। ध्यान रखें कि दांत या मसूड़ों की परेशानी हो तो वैद्य की राय से उपाय खोजें।