सिरोही
जेंडर चैंज का ट्रेंड गांवों तक पहुंच चुका है। सिरोही जिले का पहला ऐसा मामला रेवदर क्षेत्र के खाण गांव में हुआ। यहां 20 साल की डिंपल राज अब लड़का बनकर दीप राज है। इसके लिए तीन साल दिल्ली में इलाज चला और करीब 20 लाख रुपए खर्च हुए। डिंपल जन्म से लड़की थी, लेकिन अहसास लड़कों जैसे थे। गायकी का शौक बचपन से था। जेंडर चैंज से बदले ही क्षेत्र में गायिका के रूप में प्रसिद्ध हो चुकी थी, लेकिन अब गायक के तौर पर नए सिरे से पहचान बनाने की तैयारी में है।
ऐसा ही अनोखा मामला रेवदर उपखंड क्षेत्र के खाण गाँव में देखनो को मिला जहाँ एक लड़की डिम्पल राज ने भी ऐसा किया है। जो एक लोक भजन गायिका हैं। भजन गायिका के तोर पर अपनी सूरीली आवाज जिन्होंने कम समय में आवाज में अलग ही पहचान बनाई। जो महाराष्ट्र, मद्रास, तेलगांना, गुजरात व राजस्थान में प्रस्तुति दे चुके हैं।डिम्पल राज अब मेडिकल साइंस की मदद से लड़की से लड़का बन गया हैं। उन्होंने अपना नाम दिप राज रख लिया है। अब वे अपने जीवन में सुकून का अहसास कर रहा हैं। दीप राज पहले डिंपल राज के नाम से पहचानी जाती थे जो एक भजन कलाकार भी है। हालांकि यह मामला सिरोही जिले में पहले ट्रांसजेंडर बदलवाने का हैं। दीप राज ने मिडिया से रूबरू होकर बताया की बचपन से ही उनके शौक लड़कों जैसे थे। लड़कों की तरह कपडे पहनना, हेयरस्टाइल रखना आदि उसकी दिनचर्या में शामिल थे। परिजनों में अगर कोई उसे बेटी कहकर बुलाता तो उसे इतना अच्छा नही लगता था।
लड़की से लडका बनने के लिए जुटाई जानकारी, डॉक्टर ओर परिजनों से ली सलाह, बदलवा दिया ट्रांसजेंडर
दीपराज ने बताया कि पहले तो मुझे ऐसी जानकारी नहीं थी कि ऐसा भी हो सकता है लेकिन मेने जानकारी जुटाई तो ऐसा होना संभव बताया। इसके बाद मैं डॉक्टर व परिजनों से इस बारे में चर्चा की ओर मां- बाप व भाई को इसकी जानकारी दी। लेकिन पहले तो घर वालों ने ऐसा करने से स्पष्ट मना कर दिया। इसके बाद दीपराज ने परिवार के लोगों को 2 साल बाद राजी कर दिया। दिप राज के परिवार में सात बहने व एक भाई थे। लेकिन ट्रांसजेंडर बदलने के बाद दो भाई व 6 बहने हैं। दीप राज ने बताया कि पहले लडकी होने के चलते भजन गया करती थी लेकिन अब लडका होने से आवाज में बदलाव हो चुका है। इसके बाद भी आगे लगातार मेरा प्रयास भजनों के लिए जारी रहेगा।
सर्जरी कराकर में व मेरा परिवार खुश है, अब दिपराज के नाम पर प्रसिद्ध की चाहत
दीपराज ने बताया कि सर्जरी करवाकर मैं बहुत खुश हूं। अब लगता है कि मुझे जो शरीर चाहिए था वह मिल गया है। दीप राज ने बताया की मैं जब भी यहां से निकाला था तो परिवार के लोग भी मेरे साथ थे ओर डर भी था उनको। लेकिन अब परिवार में उनके पिता व अन्य भी काफी खुश हैं। दीपराज के पिता ने बताया कि पहले जरूर हमने इसका विरोध किया था, लेकिन बाद में पूरे परिवार ने सहयोग किया ओर अब मुझे एक और बेटा मिल गया हैं अब दो बेटे हैं मेरे।
जिससे उन्हें काफी मदद मिल रही है। और परिवार के लोगों द्वारा ट्रांसजेंडर चेंज करवाने में सहयोग देने पर उनका आभार व्यक्त किया। दीपराज ने जिन्होंने लडका बनने के लिए की चाहत में दिल्ली, महाराष्ट्र व गुजरात में जाकर अलग अलग डॉक्टर से इस बारे में सलाह ली। जिसके बाद उन्होंने दिल्ली जाकर जेंडर बदलवा दिया ओर उनके जो मन में था वो उनका काम सफल हो गया। उनकी आगे भी इच्छा हे की उनको जो डिम्पल राज के नाम से पहचान मिली थी अब लोग दीपराज के नाम से भजनों के माध्यम से पहचान बनाने के लिए सहयोग करे।
बदल जाएंगे अब दस्तावेज, लेकिन बदल गई आवाज, बचपन से ही लड़कों वाली फीलिंग थी
दीपराज के दस्तावेज पहले डिम्पल के नाम से थे लेकिन अब सर्जरी के बाद उनके सभी दस्तावेज में भी नाम बदल जाएगा जिसकी प्रक्रिया जारी है। दीपराज ने बताया की इसको लेकर लोगों कई तर्क लगा रहे होगें जबकि लोग इस बारे में क्या सोचते होंगे उसको लेकर मुझे कोई चिंता नहीं है। जेंडर चेंज करा चुकीं डिम्पल से दीपराज ने बताया कि उनमें बचपन से ही लड़कों वाली फीलिंग थी। कुदरत ने भले ही उन्हें लड़की बनाया लेकिन जब भी कोई उन्हें लड़की के रूप में देखता तो उन्हें बहुत ही खराब लगता था। उन्हें चेहरे पर दाढ़ी मूंछ पसंद थी। सर्जरी के बाद उनके चेहरे पर दाढ़ी मूंछ भी आ गई ओर लडको जैसी आवाज भी आने लग गई है।