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सासाकावा-इंडिया लेप्रोसी फाउंडेशन के 11वें यूथ फेस्टिवल में विविधता और समावेशिता का जश्न मनाया

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भोपाल
सासाकावा-इंडिया लेप्रोसी फाउंडेशन (एस-आईएलएफ) ने 29 जनवरी, 2024 को ओरिएंटल इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजीज, भोपाल में अपने 11वें यूथ फेस्टिवल का घूमधाम से आयोजन किया। इस जीवंत कार्यक्रम में पूरे भारत के 30 कॉलेजों के 160 छात्रों ने भागीदारी की और सांस्कृतिक आदान-प्रदान, उत्सव और जागरूकता के लिए एक मंच तैयार किया।

यूथ फेस्टिवल का अनूठा पहलू विविध पृष्ठभूमि से आए छात्रों की भागीदारी थी। कार्यक्रम में मौजूद लोगों में से आधे लोग कुष्ठ रोग कॉलोनियों से थे। कुष्ठ रोग कॉलोनियों के इन युवाओं को एस-आईएलएफ व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लिए छात्रवृत्ति के माध्यम से समर्थन देता है। कार्यक्रम में शामिल अन्य आधे युवा विभिन्न कॉलेजों से आए थे जहां एस-आईएलएफ कुष्ठ रोग पर संवेदीकरण कार्यशालाएं आयोजित करता है। विभिन्न क्षेत्रों के छात्र युवाओं फेस्टिवल के बैनर तले एकजुट करते हुए, समावेशिता और शिक्षा के प्रति फाउंडेशन ने अपनी प्रतिबद्धता शानदार तरीके से ज़ाहिर की है।

इस कार्यक्रम में प्रतिष्ठित हस्तियां शामिल रहीं और युवा प्रतिभाओं को पहचानने और प्रोत्साहित करने के लिए कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। कार्यक्रम में शामिल प्रमुख प्रतिष्ठित हस्तियों – श्री तरूण दास, पूर्व महानिदेशक, सीआईआई, एवं एस-आईएलएफ के अध्यक्ष; श्री एस. महालिंगम, पूर्व मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) एवं कार्यकारी निदेशक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज; और श्री प्रवीण ठकराल, चेयरमैन, ओरिएंटल ग्रुप – ने विजेताओं और उपविजेताओं को पुरस्कार प्रदान करते हुए अगली पीढ़ी के लीडर्स को प्रेरणा प्रदान की।

26 से 29 जनवरी, 2024 तक आयोजित, इस चार दिवसीय सांस्कृतिक समारोह में लोक नृत्यों और थिएटर प्रदर्शनों के माध्यम से भारत की समृद्ध विरासत का प्रदर्शन किया गया, जिसमें मार्मिक सामाजिक संदेश दिए गए। ओरिएंटल इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजीज ने विविधता और प्रतिभा प्रदर्शन के इस उत्सव के लिए सही पृष्ठभूमि प्रदान की।

इस ग्रैंड फिनाले को लगभग 900 दर्शकों ने देखा, जिसमें भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) और यंग इंडियंस (वाईआई) के गणमान्य व्यक्तियों, कुष्ठ रोग कॉलोनियों के लोगों के साथ-साथ ओआईएसटी के फैकल्टी और छात्र भी शामिल थे। एकता, समझ और सांस्कृतिक प्रशंसा के माहौल को प्रोत्साहन देने में, युवाओं का यह जश्न सफल रहा।

आयोजन पर अपने विचार व्यक्त करते हुए, एस-आईएलएफ के चेयरमैन श्री तरूण दास ने कहा कि  "युवा फेस्टिवल समावेशिता और शिक्षा की ताकत का एक प्रमाण है। कुष्ठ रोग बस्तियों के छात्रों का समर्थन करने और शैक्षणिक संस्थाओं में जागरूकता बढ़ाने के लिए एस-आईएलएफ के प्रयास सराहनीय हैं। यह फेस्टिवल केवल प्रतिभा का उत्सव नहीं है, बल्कि अधिक दयावान और समझदार समाज बनाने की दिशा में उठा एक कदम है।"

ससाकावा-इंडिया लेप्रोसी फाउंडेशन यूथ फेस्टिवल जैसे आयोजनों के माध्यम से बाधाओं को पार करने और समावेशिता को बढ़ावा देने में प्रगति कर रहा है। अवसर और शिक्षा प्रदान करके, फाउंडेशन एक ऐसे समाज निर्माण की दिशा में सक्रिय रूप से काम कर रहा है जहां हर कोई, अपनी पृष्ठभूमि से प्रभावित हुए बिना, आगे बढ़ सके और समाज में सार्थक योगदान दे सके।