अयोध्या
अयोध्या के राम मंदिर में गुरुवार को भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला जारी है और जिला प्रशासन ने दर्शन प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए व्यापक बंदोबस्त किए हैं। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मंदिर परिसर के बाहर आरएएफ और सीआरपीएफ के जवानों को तैनात किया गया है। श्रद्धालु सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक दर्शन कर सकेंगे। मंदिर ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा ने बताया कि दर्शन अवधि के दौरान दोपहर 12 बजे से सवा 12 बजे के बीच भगवान की आरती और भोग के लिए 15 मिनट का समय लिया जाएगा।
धार्मिक नगरी अयोध्या में बड़ी संख्या में हो रहा है श्रद्धालुओं का आगमन
मिली जानकारी के मुताबिक, पौष पूर्णिमा के अवसर पर गुरुवार को धार्मिक नगरी अयोध्या में आस्था पूरे उफान पर है और बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन हो रहा है। इस बीच, श्रद्धालुओं के अयोध्या पहुंचने की होड़ के चलते लगे जाम की वजह से अयोध्या जिले की सीमा से 15 किलोमीटर पहले बस्ती, गोंडा, अंबेडकरनगर, बाराबंकी, सुल्तानपुर और अमेठी की लगभग सभी सड़कों पर यातायात अवरुद्ध हो गया है। अयोध्या के मंडलायुक्त गौरव दयाल ने बताया कि हम स्थिति को सम्भालने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि हमने आपातकालीन वाहनों और जल्द खराब होने वाली उपभोक्ता वस्तुओं को ले जाने वाले वाहनों को फैजाबाद जाने की अनुमति दी है, लेकिन अयोध्या कस्बे में प्रवेश अब भी बंद है। अयोध्या जिले में प्रवेश करने वाली विभिन्न सड़कों से सभी यातायात को निषिद्ध कर दिया गया है।
राज्य सरकार की ओर से जारी की गई है अपील
इस बीच, राज्य सरकार की ओर से एक अपील जारी की गई है जिसमें कहा गया है कि वीआईपी लोग अयोध्या की अपनी यात्रा का कार्यक्रम तय करने से पहले स्थानीय प्रशासन, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट या प्रदेश सरकार को एक सप्ताह पहले सूचित करें। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी केंद्रीय मंत्रियों से मार्च तक अयोध्या राम मंदिर न जाने को कहा है। कैबिनेट की बैठक में प्रधानमंत्री ने अपने सभी कैबिनेट सहयोगियों को फिलहाल अयोध्या राम मंदिर जाने से परहेज करने की सलाह दी है।