शिमला
हिमाचल प्रदेश में भीषण सर्दी का प्रकोप जारी है। पहाड़ों क्षेत्रों के साथ-साथ मैदानी भागों में भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है। राज्य के छह शहरों का न्यूनतम तापमान माइनस में पहुंच गया है। वहीं कई अन्य शहरों का शून्य के करीब है। मौसम विभाग ने आगामी 26 जनवरी से राज्य में बारिश-बर्फ़बारी की संभावना जताई है।
लाहौल-स्पीति में जम गईं झीलें और झरने
राज्य के जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में बीते कई दिनों से पारा जमाव बिन्दु के नीचे बना हुआ है। इससे झीलें, झरने व अन्य प्राकृतिक जलस्रोत जम गए हैं। दीपकताल झील बर्फ में तबदील हो गई है। यह झील लाहौल स्पीति के मुख्यालय केलांग से 43 किलोमीटर दूर स्थित दीपकताल झील भी बर्फ में तब्दील हो गई है। यह झील समुद्रतल से 3,750 मीटर की ऊंचाई पर है। इसी तरह चंद्रताल, सूरजताल, नीलकंठ समेत दूसरी झीलों का पानी भी जम गया है। 12 हजार फीट से अधिक की ऊंचाई पर स्थित सिस्सू झील भी ठंड के प्रकोप से जम गई है।
राज्य में शुष्क मौसम का लंबा दौर, सूखे के हालात
राज्य में लंबे समय से बारिश-बर्फबारी नहीं होने से लोगों को शुष्क ठंड का सामना करना पड़ रहा है। इस विंटर सीजन में राज्य के पहाड़ी इलाकों में बहुत कम बर्फ गिरी है। इसी तरह मैदानों में लंबे समय से बादल नहीं बरस रहे हैं और सूखे की स्थिति पैदा हो गई है। बादलों के नहीं बरसने से सेब का उत्पादन प्रभावित होने की आशंका है। इसी तरह गेहूं व अन्य फसलों के भी बर्बाद होने का अंदेशा बन गया है। जनवरी माह में सामान्य से 99 फीसदी कम बारिश-बर्फ़बारी हुई है। ऐसे हालात लगभग 17 साल बाद बने हैं। पर्यटन स्थलों शिमला और मनाली में इस मौसम की पहली बर्फबारी का सैलानी इंतज़ार कर रहे हैं।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार आगामी 26 जनवरी से मौसम करवट ले सकता है और 28 जनवरी तक राज्य में बारिश-बर्फ़बारी होने के आसार हैं। अगले दो दिन मैदानी क्षेत्रों ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर और सोलन जिला के बीबीएन में घना कोहरा छाने का येलो अलर्ट जारी किया गया है।